भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को मप्र के नीमच जिले के मनासा, मालाखेड़ा, मोरवन और काडारना सहित विभिन्न ग्रामों में दौरा कर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद किसानों के बीच पहुंची। अपनी फसल की बर्बादी से रोते-बिलखते किसानों से अपनी बर्बादी की दास्ता सुनकर वह द्रवित हो गईं।
इस दौरान गांधी ने किसानों, महिलाओं और नौजवानों को संबोधित करते हुए कहा कि मप्र के किसानों की फसलों की बर्बादी को देखकर मुझे अत्यंत पीड़ा हुई है, उनके हर दर्द में कांग्रेस पार्टी साथ थी, है और रहेगी। सोनिया गांधी ने विमानतल से लगभग ४५ किलोमीटर लंबे मार्ग पर रोड शो किया।
सोनिया गांधी ने कहा कि मुझे तो आश्चर्य इस बात का हो रहा है कि प्रदेश में कई किसानों ने आत्महत्याएं तक कर ली है और राज्य सरकार फिर भी खामोश है? उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाया गया भूमि अधिग्रहण बिल किसानों का हितैषी न होकर पूंजीपतियों को और अधिक अमीर बनाने वाला है। वर्ष 2013 में यूपीए सरकार जिस भूमि अधिग्रहण बिल को किसानों के हित में लेकर आई थी, उसे मोदी सरकार ने पूंजीपतियों और बड़े उद्योगपतियों के हितों में परिवर्तित कर दिया है।
सोनिया गांधी ने मप्र सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि प्रदेश की शिवराज सरकार ने मुआवजा राशि वितरण में भ्रष्टाचार और भेदभाव वरता तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा। इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती गांधी सुबह 10.25 बजे नीमच विमानतल पर पहुंची।
वहां पर प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष अरुण यादव, विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्रसिंह, नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे, पूर्व सांसदगण बालकवि बैरागी, कांतिलाल भूरिया, रामेश्वर नीखरा और मीनाक्षी नटराजन, विधायक हरदीपसिंह डंग, रामकिसन दोगने और जीतू पटवारी, महिला कांगे्रस की अध्यक्ष मांडवी चौहान, युवा कांगे्रस अध्यक्ष कुणाल चौधरी, मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नेताओं ने उनकी अगुवाई की।
संकीर्ण मानसिकता पर चुप रहना ही अच्छा : सोनिया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को जवाब देना या फिर कुछ कहना मुनासिब नहीं होगा। मोदी सरकार में काबिज मंत्री गिरीराज सिंह द्वारा उनके विरुद्ध की गई ओछी टिप्पणियों को लेकर उन्होंने कहा कि गिरीराजसिंह की टिप्पणियों से उनकी सरकार, पार्टी, उसकी विचारधारा और उनकी संस्कृति सहित नारी शक्ति के प्रति सम्मान क्या होना चाहिए, वह चरित्र उजागर होता है।
गौरतलब है कि देश के कई हिस्सों सहित मप्र में पिछले दिनों बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बड़ी तादाद में फसलों को नुकसान हुआ है। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही प्रदेश के ओला-पाला प्रभावित 38 से अधिक जिलों में दौरा कर किसानों के बीच पहुंचे हैं। इस बीच प्रदेश सरकार ने पिछले दिनों विधानसभा के विशेष सत्र में अनुपूरक बजट में किसानों को राहत के लिए फौरी तौर पर 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। उधर, केंद्र सरकार ने अभी तक कोई मुआवजे का ऐलान नहीं किया है।