जयपुर। सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक भावनाएं भड़काना अब महंगा पड़ सकता है। राज्य सरकार से अनुमति के बाद राज्य पुलिस की अपराध शाखा महाराष्ट्र और दिल्ली की तर्ज पर एक विशेष साइबर सेल ( प्रकोष्ठ) का गठन करने जा रही है।
उक्त प्रकोष्ठ सोशल मीडिया पर अफवाह फैला कर सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने वालों पर कड़ी नजर रखेगा। सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई भी की जाएगी। विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस प्रकोष्ठ से जुड़े पुलिस कर्मियों को साइबर अपराधों से निपटने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जानकारों का कहना है कि किसी भी संवेदनशील इलाके में सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने वालों से निपटना पुलिस के लिए सबसे जटिल काम बनते जा जा रहा है।
कई बार सोशल मीडिया खासकर फेसबुक और ट्विटर पर सांप्रदायिक वीडियो अपलोड कर दिए जाते हैं और सामान्य पुलिस थानों को यह पता नहीं लग पाता कि उक्त वीडियो कहां से अपलोड हुए हैं।
साइबर सेल के गठन के बाद इससे जुड़े पुलिसकर्मी फेसबुक व ट्विटर पर निरन्तर नजर रख सकेंगे और इस बात का पता लगा सकेंगे कि आपत्तिजननक पोस्ट या वीडियो कहां से भेजा व अपलोड किया गया है।
जैसे ही साइबर सेल को इस बाबत जानकारी मिलेगी, वह स्थानीय पुलिस थानों को भी इस बाबत सतर्क कर सकेगा।