सियोल। दक्षिण कोरिया के अभियोजकों ने गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे के अभिन्न मित्र चोई सून सिल को भ्रष्टाचार व घोटाले में उनकी भूमिका के लिए 25 साल कारावास की सजा देने की मांग की है। भ्रष्टाचार में संलिप्तता को लेकर पार्क को महाभियोग का सामना करना पड़ा था।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक अभियोजन पक्ष ने अदालत से चोई पर 126.2 अरब वॉन यानी नौ करोड़ 80 लाख अमरीकी डॉलर का जुर्माना लगाने की भी गुहार लगाई। चोई पर अपनी शक्तियों का दुरुपयोग, दादागीरी, रिश्वत समेत 16 आरोप हैं।
चोई को किसी सार्वजनिक पद पर नहीं रहते हुए राजकाज के मामले में दखल देने और 50 कंपनियों से सरकार की ओर से मदद दिलवाने के नाम पर वसूली करने के आरोप में 2016 में गिरफ्तार किया गया था। उन पर आरोप है कि दक्षिण कोरिया के कुछ बड़े व्यापारिक घराने जैसे एलजी, ह्युंडई और सैमसंग से वसूली की।
अभियोजकों ने गुरुवार को लोटो ग्रुप के चेयरमैन शिन दोंग बिन के लिए भी सात साल कारावास की सजा की मांग की। शिन दोंग बिन पर चोई को सात अरब वॉन रिश्वत में देने का आरोप है। हालांकि शिन ने खुद को निर्दोष बताया है।
इससे पहले घोटाले में भूमिका को लेकर सैमसंग के वारिस और वास्तविक प्रमुख ली जे-योंग को अगस्त में पांच साल कारावास की सजा दी गई थी।
अभियोजन पक्ष की ओर से पार्क के सहयोगी एन चोंग बुम को व्यावसायिक मदद के बदले एक प्लास्टि सर्जन से रिश्वत लेने के आरोप में छह साल कारावास और 10 करोड़ वॉन का जुर्माना लगाने की मांग की गई है।
पार्क और चोई के भ्रष्टाचार व घोटाले में शामिल होने की बात पर 2016 के अंत में पूरा देश हिल गया और देशभर में विरोध प्रदर्शन होने लगे। पार्क पर महाभियोग भी चलाया गया और मार्च से वह नजरबंद हैं।