चेन्नई। सुपरस्टार रजनीकांत ने सोमवार को कहा कि उनकी कोई राजनीतिक महत्वकांक्षा नहीं है, लेकिन अगर ईश्वर की ऐसी मर्जी हुई तो वह राजनीति में जाने के बारे में सोचेंगे।
रजनीकांत ने चेन्नई में अपने प्रशंसकों से कहा कि ईश्वर ही इस बात का फैसला करते हैं कि हम जिंदगी में क्या करेंगे। फिलहाल वह चाहते हैं कि मैं एक अभिनेता रहूं और मैं अपनी जिम्मेदारी निभा रहा हूं।
अगर ईश्वर ने चाहा तो भविष्य में मैं राजनीति में प्रवेश करूंगा। अगर मैं राजनीति में गया तो मैं बेहद ईमानदारी से काम करूंगा और पैसे कमाने के लिए राजनीति में आने वालों का साथ नहीं दूंगा। अभिनेता ने दो दशक पहले अपने राजनीतिक दखल को भूल करार दिया।
उल्लेखनीय है कि 1996 में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान रजनीकांत ने जयललिता और उनकी राजनीति की निंदा की थी। माना जाता है कि उनकी टिप्पणियों के कारण जयललिता की बुरी तरह हार हुई थी।
उन्होंने कहा कि मैंने 21 साल पहले एक राजनीतिक गठबंधन का समर्थन करके एक भूल की थी। वह एक राजनीतिक दुर्घटना थी। उसके बाद से नेताओं ने कई जगह मेरे नाम का गलत प्रयोग किया। लेकिन मैं किसी भी पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहा।
रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों से सिगरेट और शराब से दूर रहने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि अपने परिवार और बच्चों का ध्यान रखें। सिगरेट और शराब के सेवन से अपनी जिंदगी बर्बाद न करें।
इससे आपकी सेहत ही प्रभावित नहीं होती, बल्कि आपकी निर्णय लेने की क्षमता भी प्रभावित होती है। मैं खुद भी इससे बुरी तरह प्रभावित हो चुका हूं। इसलिए मेरी सलाह को गंभीरता से लें।