नई दिल्ली । विभिन्न भारतीय भाषाओं में 40 हजार से गीत गाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके
सुप्रसिद्ध पार्श्वगायक एस पी बालसुब्रमण्यम को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए गोवा में शुरू होने वाले 47 वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव में वर्ष 2016 की भारतीय फिल्म हस्ती शताब्दी पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने फिल्म समारोह के सिलसिले में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। श्रीपति पंडितराध्युला बालसुब्रमण्यम ने हिन्दी के अलावा चार प्रमुख दक्षिण भारतीय भाषाओं-तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में सर्वाधि क 40 हजार से अधिक गाने गाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराने का गौरव हासिल किया है।
वह लगातार 40 साल से गायक और अभिनेता के रूप में सक्रिय हैं और तेलुगु, तमिल और कन्नड़ फिल्मों के लिए गायन में लगभग तीन दशक तक उनका एकछत्र राज रहा है।
मीडिया क्षेत्र में बालू के नाम से मशहूर एस पी का जन्म कट्टरवादी तेलुगु ब्राह्मण परिवार में हुआ। उन्हें बचपन से ही गाने का शौक था और उन्होंने अपने पिता के वादन को सुनकर खुद ही हारमोनियम और बांसुरी बजाना सीख लिया था। एस पी की आवाज की रेंज काफी व्यापक है और वह मुश्किल से मुश्किल धुनों पर आसानी से गायन कर लेते हैं।
एस पी कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं। इनमें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, फिल्म फेयर पुरस्कार, कर्नाटक और तमिलनाडु के कई राज्य पुरस्कार और पांच दक्षिण फिल्म फेयर पुरस्कार शामिल हैं। उन्हें वर्ष 2001 में पद्मश्री और वर्ष 2011 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था।