लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि बसपा अध्यक्ष को सत्ता की इतनी लालच है कि उन्हें अगले वर्ष विधानसभा चुनावों में जनता के मतदान तक इंतजार भी गंवारा नही है। समाजवादी सरकार से इस्तीफा मांगने की आदत है।
इस सरकार के खिलाफ पहले दिन से लेकर आज दिन तक उनके बयान घिसे पिटे और एक जैसे हैं। वे तो एक पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसी है कि समाजवादी सरकार बनते ही वे राष्ट्रपतिराज की मांग करने लगी थी। उन्हें कम से कम जनादेष का पालन करना तो सीखना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास के एजेंडा को जो गति दी है उसका यह असर हुआ है कि अब सबकी निगाहें उन पर टिक गई है। लोग उनके विकास कार्यो की मुक्त कंठ से सराहना कर रहे हैं।
खुद बसपा प्रमुख को भी एहसास हो रहा है कि अपनी पिछली सरकार में उन्होंने किस तरह जनता की गाढ़ी कमाई पत्थरों पर लुटाई थी। अब वह इससे तौबा कर रही है। जनता ने उन्हें उनके जनविरोधी कामों के लिए ही सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया था, इसलिए उन्हें अपने किए पर तो प्रायश्चित करना ही चाहिए।
कितने आश्चर्य की बात है कि बसपा प्रमुख बराबर कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी सरकार की आलोचना करती हैं, जबकि उनके बसपाराज के रिकार्ड तो हत्या, अपहरण, लूट के मामलों से भरे पड़े हैं। अदालती आदेशों पर तब कितने ही बसपा विधायक-मंत्री जेल भेजे गए थे।
उनके जमाने में ही स्वास्थ्य विभाग में लंबा घोटाला हुआ था जिसके चलते सीएमओ, डिप्टी सीएमओ तक की हत्याएं हुई थी। उनके समय उनके ही जन्मदिन जबरन चन्दा वसूली में एक इंजीनियर को पीट-पीटकर मार डाला गया था। समाजवादी सरकार में अपराधियों की जगह जेल में होती है और घटना पर तत्काल कार्यवाही होती है।
बसपा अध्यक्ष को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बुन्देलखण्ड के सूखा पीड़ित किसानों के बीच जाना बुरा लगता है। मुख्यमंत्री जी की लोकप्रियता से उन्हें चिढ़ है। किसानों के साथ झूठी हमदर्दी दिखाकर वे भला किसे भ्रम में डाल रही है जबकि बसपा सरकार में खाद मांगने पर उन्हें पुलिस की लाठियाँ मिलती थी। प्रदेश में जो विकास हो रहा है, वह भी उन्हें दिखाई नहीं दे रहा है।
चूंकि वे कभी-कभी दिल्ली से लखनऊ आती है इसलिए उन्हें प्रदेश में हो रहे विकास कार्यो की जानकारी नहीं होती है। अगर उनकी जानकारी सही होती तो वे यह जानती कि प्रदेश की जनता का मुख्यमंत्री अखिलेश यादव में गहरा विश्वास है और उनके नेतृत्व प्रदेश में उत्तम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है। अब कोई भी मतदाता पुराने अंधेरे बसपा राज में वापस नहीं लौटना चाहेगा।