नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विमुद्रिकरण के मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। यह फैसला सोमवार को दिल्ली सरकार ने कैबिनेट की बैठक में की।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, नोटबंदी की वजह से हर मिनट देश के हालात बिगड़ रहे हैं। इसलिए दिल्ली कैबिनेट ने फैसला किया है कि इसपर कल विधानसभा के विशेष सत्र में चर्चा हो।
केजरीवाल ने कहा कि गरीब पूरी रात बैंकों के सामने बिता रहे हैं। कड़वी चाय के नाम पर मोदी जी ने उन्हें जहर पिला दिया। बैंकों के बाहर आम लोगों की मदद के लिए सिविल वॉलंटियर काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जिद पर अड़ी है। उसे यह फैसला वापस लेना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि चार दिन में जितनी कालाबाजारी हुई, उतनी चार महीने में नहीं हुई। ईमानदार लोग लाइनों में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि व्यापारियों का कामकाज ठप हो गया है। किसान चेक से पेमेंट नहीं करते। केवल 10 हजार रुपए रोज और 24 हजार सप्ताह से खर्चा नहीं चलता। किसान खाद, बीच कहां से खरीदे, लेबर की पेमेंट कैसे करें। अगर मोदी जी को 50 दिन का समय दिया गया तो, इस बार की फसल नहीं हो पाएगी।
उन्होंने सवाल किया कि मोदी जी 24 हजार रुपए में शादी करवा देंगे क्या? गृहणियां परेशान हैं, सरकार की नीयत खराब है। नीयत कालाधन बंद करने की नहीं है। जो लोग नकली नोट बना रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए।
उन्होंने मांग की कि आरबीआई और भारत सरकार को ट्रेड फेयर में भी 500 और 1000 के नोट चलवाने चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि विधानसभा में सत्र के दौरान लोगों की समस्या का समाधान करने के लिए लंगर लगाने पर विचार किया जाएगा।