वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री के 12 दिसम्बर को प्रस्तावित आगमन पर मंगलवार की शाम सुरक्षा व्यवस्था की कमान अपने हाथों में लेने के लिए एसपीजी टीम यहां पहुंच गई। यह जानकारी कमिश्नर नितिन रमेश गेाकर्ण ने दी।
एसपीजी के आईजी एसएस श्रीवास्तव के अगुवाई में 38 सदस्यीय टीम शहर में आ गयी है। एसपीजी के आईजी एसएस श्रीवास्तव के अलावा एआईजी टीके गौतम, संजय चैहान, एएसपी पीके यादव भी टीम में शामिल है। एसपीजी टीम वीवीआईपी आगमन की सुरक्षा को लेकर चैकस हो गई है।
बाबतपुर एयरपोर्ट से होटल गेटवे तक श्आपरेशन सुरक्षाश् की कवायद को लेकर आज ही आये विदेश मंत्रालय के आधा दर्जन अफसरो ने कमिश्नर-आईजी डीआईजी समेत जिला प्रशासन के अफसरों के साथ बैठक कर सुरक्षा का खाका तैयार तैयार किया ओर उन स्थानो का निरीक्षण भी किया जहां वीवीआईपी को जाना है।
प्रशासन से जुड़े सूत्रो ने बताया कि दोनो प्रधानमंत्री के आगमन पर शहर में सुरक्षा घेरा सख्त होगा। पीएम के गंगा आरती देखने के पहले से ही गंगा नदी के अंदर से भी निगरानी होगी।
हाइटेक कैमरों से लैस अत्याधुनिक मोटरबोट पर अफसर-जवान गंगा में चक्रमण करेंगे। समुद्र के अंदर जो कैमरे इस्तेमाल किए जाते हैं उसे गंगा की तलहटी में लगाया जाएगा। विशेष गोताखोरों की टीम भी मंच के आसपास रहेगी।
गंगा में सुरक्षा का पूर्वाभ्यास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ की टीम बुधवार से गंगा में पूर्वाभ्यास शुरू करेगी। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट दीपक कुमार ने बताया कि 5 हाइटेक मोटरबोट गंगा में रहेंगेे। विशेष प्रशिक्षित डीप डाइवर तैनात रहेंगे।
बतादे, पीएम के दौरे के समय एयरपोर्ट से लेकर दशाश्वमेध घाट आरती स्थल तक सीसीटीवी कैमरों की जद में रहेंगे। 14 एसपी, 13 एएसपी,17 डीएसपी 600 से अधिक सिपाही, छह कंपनी पीएससी, 15 कंपनियां सीआरपीएफ सुरक्षा व्यवस्था में रहेंगी। फाइनल प्रोटोकॉल के बाद सुरक्षा व्यवस्था में और भी इजाफा किया जा सकता है।
पीपी का मंच सेना बन रही
जापान के पीएम शिंजो आबे और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गंगा आरती दिखाने के लिए जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। मंगलवार को पांटून (पीपा) का मंच भैंसासुर घाट पर सेना के जवान तैयार कर रहे थे। इसके अलावा दशाश्वमेध घाट पर पर एक मढ़ी पर भी मंच बन रहा है, जिस पर पीएम मोदी ने पिछली बार बैठकर गंगा आरती देखा था। हालंकि पीएम किस मंच पर बैठेंगे गंगा आरती देखेगे यह एसपीजी तय करेगी।