झुंझुनू/सीकर। राजस्थान में सीकर जिले की श्रीमाधोपुर पंचायत समिति के प्रधान भागीरथ मल यादव को बुधवार को ढाई लाख रुपए की रिश्वत लेते सीकर एसीबी की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। प्रधान ने यह राशि एक ठेकेदार के कार्यों का बिल पास करवाने की एवज में ली थी।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पृथ्वीराज मीणा ने बताया कि ठेकेदार रामनिवास जाट ने श्रीमाधोपुर पंचायत समिति परिसर में गार्डन, एक टयूबवैल व बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण करवाया था। इस कार्य के पेटे उसके करीब बीस लाख रुपए के बिल का भुगतान होना था।
बिल का भुगतान करवाने के लिए प्रधान भागीरथ मल उससे 250 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा था। उसने 15 हजार रुपए उससे पूर्व में ले लिए और शेष राशि लेकर ठेकेदार को बुधवार सुबह पंचायत समिति स्थित अपने कार्यालय में बुलाया।
ठेकेदार से उसने अपने चैम्बर में 50 हजार रुपए नकदी और एक लाख 85 हजार का चेक लिया। इस बीच इशारा पाकर एसीबी टीम ने दबिश दी और प्रधान को गिरफ्तार कर लिया। उसके जेब से रुपए व चेक बरामद हो गए। इसके बाद टीम उसे लेकर सीकर आ गई।
प्रधान को रिश्वत लेेते रंगे हाथ पकडऩे के दौरान एसीबी की टीम ने काफी तत्परता दिखाई। रुपए लेने व रंगे हाथ पकडऩे की पूरी कार्रवाई को महज पांच से सात मिनट में अंजाम दिया गया। स्थिति यह रही कि पंचायत समिति का स्टाफ कुछ समझ पाता इससे पहले तो टीम प्रधान को गाड़ी में बैठाकर सीकर के लिए रवाना हो गई। स्टाफ के बाद माजरा ही बाद में समझ में आया।
भागीरथ मल मूल रूप से श्रीमाधोपुर पंचायत समिति की मऊ ग्राम पंचायत के गांव कोडूवाला का रहने वाला है। यह ग्राम पंचायत के सरकारी स्कूल में शिक्षक था। रिटायरमेंट के बाद मऊ ब्लॉक से पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा था। तब इसके निकटवर्ती प्रत्याशी को भी समान मत मिलने के कारण विजेता का फैसला लॉटरी से हुआ था, जिसमें भागीरथ मल को विजयी घोषित किया गया। इसके इसे प्रधान चुना गया था।