श्रीनगर। पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती हमलावरों ने श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास बीएसएफ के एक शिविर पर मंगलवार सुबह हमला कर दिया। इसके बाद की गई जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी मारे गए और इस दौरान एक जवान शहीद हो गया। हमले में बीएसएफ के चार जवान घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आतंकवादी सैनिकों की वर्दी में लगभग 4.30 बजे सुबह हमहामा इलाके में 182 बटालियन सीमा सुरक्षा बल के शिविर में घुस गए। बीएसएफ शिविर और वायुसेना अड्डे के बीच एक दीवार है और यह पहाड़ी इलाके में स्थित है।
हमलावरों ने चार स्तरीय सुरक्षा घेरे को तोड़कर अति सुरक्षित क्षेत्र में प्रवेश किया, जहां राज्य के रसूखदार लोग रहते हैं।
इस हमले की जिम्मेदारी मसूद अजहर की अगुआई वाले जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) ने ली है। इस हमले की तुलना जनवरी, 2016 में पंजाब के पठानकोट वायुसेना अड्डे पर किए गए हमले से की जा रही है। मसूद पाकिस्तान में है और भारत में वह एक सर्वाधिक वांछित आतंकवादी है।
यह 30 साल में पहला आतंकवादी हमला है, जो हवाईअड्डा के नजदीक हुआ है। अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की और बीएसएफ शिविर में प्रवेश करने से पहले सुरक्षा चौकियों पर ग्रेनेड फेंका, जहां ज्यादातर कैदी सो रहे थे। हवाईअड्डे पर अभी दिन का संचालन शुरू नहीं हुआ था।
पुलिस ने कहा कि हमलावरों में एक को पहले मार गिराया गया और अन्य दो को अभियान के दौरान बाद में मार गिराया गया। तबतक आतंकवादियों ने बीएसएफ के सहायक उपनिरीक्षक बीएस यादव की हत्या कर दी थी।
हवाईअड्डे पर सुबह उड़ानों का संचालन बाधित रहा और सड़क को बंद कर दिया गया था। स्कूलों को भी दिन भर के लिए बंद कर दिया गया था। पुलिस महानिदेशक मुनीर खान ने कहा कि हमले के लिए जैश-ए-मुहम्मद जिम्मेदार है और पाकिस्तान जब तक हमारा पड़ोसी है, ऐसे हमले होते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि यह वहीं आतंकवादी समूह है, जिसके आतकंवादियों ने इसके पहले पुलवामा शहर में हमला किया था। उन्होंने कहा कि हमलावरों ने जुलाई-अगस्त में पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ की थी।
कश्मीर घाटी में पुलिस बल के प्रमुख खान ने इस बात से इनकार किया कि सुरक्षा चूक की वजह से हमला हुआ। उन्होंने कहा कि जबतक वहां आतंकवाद है, आतकंवादी ऐसे हमले की साजिश रचते रहेंगे। यदि हमने हवाई कार्रवाई की होती तो यह अभियान बहुत पहले ही समाप्त हो गया होता।
खान ने कहा कि आतंकवादियों ने फ्रेंड्स एन्क्लेव आवासीय क्षेत्र में प्रवेश किया और पुलिस जेईएम के उन कार्यकर्ताओं की पहचान कर रही है, जिन्होंने उन्हें रहने के लिए आश्रय दिया और सुरक्षाबलों के शिविर तक पहुंचाया। अधिकारी ने कहा कि हम उनकी पहचान कर रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
सुरक्षाकर्मियों ने सभी भागने के रास्तों को बंद कर दिया है। सेना के कमांडो, बीएसएफ, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और पुलिस ने सभी हमलावरों को पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान शुरू किया है। हमले के कुछ घंटों बाद गोलीबारी और विस्फोट की आवाजें सुनी गईं थीं।