सबगुरु न्यूज़ उदयपुर। श्रीमद राजचंद्र मिशन धरमपुर की 150वीं जयन्ती पर गुरुदेव राकेश भाई की प्रेरणा से महात्मा गांधी के जीवन पर बने युगपुरुष-महात्मा के महात्मा नाटक का रविवार को उदयपुर के सुखाड़िया रंगमंच पर मंचन किया गया।
नाटक में बताया गया कि किस प्रकार गांधीजी मोहनदास से महात्मा गांधी बने। नाटक में पात्रों की सशक्त प्रस्तुति ने सभी को 2 घंटे तक बांधे रखा।
नाटक में यह बताया कि भारतीय इतिहास में भले ही लोग गांधीजी के आध्यात्मिक गुरु राजचंद्र को नहीं जानते हैं, लेकिन जो जानते हैं वे मानते हैं कि किस प्रकार गांधीजी ने सत्य और अहिंसा के सनातन सिद्धांत प्रदान किए।
नाटक की शुरुआत में गांधीजी अपने आश्रम में प्रार्थना सभा में जाते है जहां वे अपने आध्यात्मिक गुरु के बारे में बताया कि वे किस प्रकार अपने गुरु से मिले और उनके बाद उनके जीवन में किस प्रकार परिवर्तन आया।
अब तक 269 दिनों में देश-विदेश में 800 से अधिक इस नाटक के शो कर चुके इन कलाकारों ने अमरीका के लाॅस एन्जिलिस के डाॅल्बी थियेटर में भी इस नाटक ने अपनी सशक्त प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया था। अब तक इस नाटक को 5 लाख से अधिक लोगों ने देखा है।