मुंबई। मुंबई के एलफिंसटन रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर शुक्रवार को मची भगदड़ में 22 यात्रियों की मौत हो गई जबकि 30 घायल हो गए। यह हादसा सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर हुआ। यह वह वक्त होता है जब लोअर परेल और एलफिंस्टन स्टेशनों पर काफी भीड़ होती है।
पुलिस ने बताया कि घायलों में 20 की हालत गंभीर है जिन्हें परेल के कीईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना सुबह 10.45 बजे की है। भगदड़ के कारणों की जांच की जा रही है। स्टेशन पर आपातकाल एवं चिकित्सा दल पहुंच गए हैं। जिस फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ हुई, वह संकरा था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट की अफवाह के बाद यह भगदड़ हुई।
बताया जा रहा है कि अचानक बारिश की वजह से एलफिंस्टन स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर ज्यादा भीड़ जमा हो गई। बारिश थमते ही अफरातफरी तथा भगदड़ मची और एक बड़ा हादसा हो गया। केईएम अस्पताल की केजुअल्टी से मिले आंकड़ों के अनुसार, अभी तक 22 शव अस्पताल में पहुंच चुके हैं और कई लोगों के घायल होने की खबर है जिन्हें तुरंत इलाज दिया जा रहा है।
यह जानकारी केईएम हॉस्पिटल के सीएमओ प्रवीण बांगर ने दी। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और अधिक हो सकती है।
घटना के बाद बचाव दल के मौके पर पहुंचने से पहले स्थानीय कैब चालकों और दुकानदारों ने घायलों को अस्पताल लेकर जाने में मदद की।
यह त्रासदी रेल मंत्री पीयूष गोयल के शुक्रवार को मुंबई पहुंचने से ठीक पहले हुई। गोयल यहां पश्चिमी रेलवे और मध्य रेलवे के लिए कई नई सेवाओं की शुरुआत करने वाले थे।
घटनास्थल पर पहुंचे मुंबई के महापौर विश्वनाथ महादेश्वर ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों की है। दशहरा से एक दिन पहले हुए इस हादसे के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
राष्ट्रपति ने मुंबई भगदड़ की घटना पर शोक जताया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को मुंबई भगदड़ की घटना पर शोक जताया। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि मुंबई में भगदड़ की वजह से हुई मौतों को लेकर दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं व घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं।