सबगुरु न्यूज़ उदयपुर। हिन्दू महासेना टाइगर फोर्स की ओर से गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार रात सूरजपोल स्थित तांगा स्टैण्ड पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कवि सम्मेलन की शुरुआत हास्य रस से हुई जिसमें हास्य कवि कमल शर्मा ने अपनी रचना ‘..जब एक बार मेरी शादी हुई’, से की तो हंसी के फव्वारे छूट गए। देवकरण केकड़ी ने ‘‘मेरी बात पे कान लगाओ जी घर मंगल पे बनवाओ जी..’’,
कवि कमलेश शर्मा ने ‘गांव वाली मारी एक न सुनी लुगाई ने निर्विरोध चुनी..’ सुनायी तो जनता ने उनका तालियों के साथ भरपूर स्वागत किया। कवयित्री सुरभि शर्मा ने ‘मां भारती के वंशजों को झुकना नहीं आता..’, शहर के उदीयमान कवि रोहित बंसल ने ‘‘मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नहीं है खेल प्रिये..’’, सुनाई तो श्रोताओं ने तालियों से भरपूर दाद दी।
शृंगार रस की कवयित्री निशा पंडित ने ‘तुम्हारी चांदनी में तुम सिंदूरी श्याम बन जाओ..’, सोहनदास चारण ने राजस्थानी में ‘एकर फेर आजै रे तू गांधी महात्मा थारे बिन माकी कुर्लावे आत्मा..’ रचना सुनाई तो श्रोता वन्स मोर करने लगे।
कवि सम्मेलन संचालक प्रदीप पंवार ने जब ‘चाहेंगे हिंदुस्तानी, बीजिंग तक बढ़ जाएंगे, खड़े होकर चीनी दीवार पर वंदेमातरम् गाएंगे’ रचना सुनायी तो श्रोता जोश में आ गए और पूरा सूरजपोल चैराहा वन्दे मातरम् के नारों से गूंज उठा।