नई दिल्ली। भारतीय टीम की जर्सी के मौजूदा स्पॉन्सर स्टार इंडिया ने बीसीसीआई द्वारा स्पॉन्सरशिप के लिए लगने वाली बोली में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
सहारा के बाद दिसंबर 2013 में टीम इंडिया के मुख्य स्पॉन्सर बने स्टार का अनुबंध अगले महीने मार्च में खत्म हो रहा है।
एक अंग्रेजी समाचार को दिए साक्षात्कार में स्टार इंडिया के सीईओ उदय शंकर ने कहा है कि हमें गर्व है कि हम टीम इंडिया के साथ जुड़े रहे। लेकिन मौजूदा हालातों को देखकर हमनें दोबारा नीलामी में हिस्सा ना लेने का फैसला किया है।
उन्होंने बीसीसीआई और आईसीसी में लगातार हो रहे टकराव को इस फैसले का मुख्य मुद्दा बताया। उन्होंने बताया कि इसका असर भविष्य में खेल पर भी दिख सकता है।
बीसीसीआई और स्टार इंडिया के बीच करार इस साल मार्च के अंत में समाप्त होगा। आशा की जा रही है कि चैंपियंस ट्रॉफी से पहले टीम इंडिया को नया स्पॉन्सर मिल जाएगा और 1 जून से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया अपनी जर्सी में नए नाम के साथ खेलेगी।
बाजार विशेषज्ञों की मानें तो कई डिजिटल मार्केटिंग कंपनियां टीम इंडिया की जर्सी की स्पॉन्सरशिप हासिल करने को तैयार हैं। जिसमें पेटीएम सबसे आगे है। पेटीएम फिलहाल बीसीसीआई का टाइटल स्पॉन्सर है। इन संबंधों को आगे ले जाते हुए वह जर्सी की स्पॉन्सरशिप भी हासिल कर सकता है।
वहीं रिलायंस अपनी मोबाइल सर्विस जियो के साथ स्पॉन्सरशिप की दौड़ में शामिल हो सकता है। इसके अलावा पिछली बार स्पॉन्सरशिप की दौड़ में स्टार से पिछड़ने वाला आईडिया सेलुलर भी इस दौड़ में आ सकता है।