जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी तथा संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने धौलपुर सिटी पैलेस को सरकारी सम्पति बताने तथा धोखाधड़ी से दो करोड़ रुपए का मुआवजा लेने के कांग्रेस के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगाकर छिछौरी राजनीति कर रही है।
सचिवालय के जनसम्पर्क निदेशालय परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेस में परनामी ने कहा कि 1949 में धौलपुर के राजा को केसर बाग दिया गया था लेकिन 1958 में सरकार ने केसर बाग वापस लेकर बदले में धौलपुर सिटी पैलेस दिया गया था लिहाजा इसे सरकारी सम्पति नहीं माना जा सकता।
उन्होंने 2007 में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश फास्ट ट्रेक द्वितीय के फैसले के दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि अदालत ने दुष्यंत सिंह को जो चल अचल सम्पत्ति दी है उसमें धौलपुर सिटी पैलेस भी शामिल है।
परनामी ने कहा कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने यह आरोप लगाया है कि राजा उदयभान सिंह के निधन के बाद धौलपुर सिटी पैलेस सरकारी सम्पत्ति बन गया जबकि भारत सरकार ने 1956 में यह महल हेमंत सिंह को दिया गया था लिहाजा 1949 के आदेश का कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में दुष्यंत सिंह को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से दो करोड़ का मुआवजा महल का मालिकाना हक होने से ही मिला यदि इसमें कोई गलती हुई तब उसकी जांच क्यों नहीं कराई गई जबकि प्रदेश और केन्द्र में कांग्रेस का ही शासन था। कांग्रेस आज इसे धोखाधड़ी बता रही है।
उन्होंने कहा कि इस मामलें में केन्द्रीय जांच ब्यूरों को शिकायत की गई तब भी कांग्रेस की सरकार थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता जयराम रमेश द्वारा दिखाए गए दस्तावेजों की कोई सत्यता नहीं है बल्कि हमारे दस्तावेज की कही से भी जांच कराई जा सकती है।
प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान पत्रकारों के साथ उनकी काफी गर्मागर्मी हुई तथा राठौड़ ने तो एक पत्रकार पर पीत पत्रकारिता करने का भी आरोप लगा दिया। उन्होंने न्यूज चैनल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह न्यूज चैनल है या व्यूज चैनल है।