अजमेर। राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर ने कहा कि देश की रक्षा में हमारे सैनिकों का अतुलनीय योगदान हैं। उन्हीं के समर्पण और त्याग के कारण हम चैन की नींद सो पाते हैं। शहीद देवता तुल्य होते हैं। हमें उनके योगदान को सदैव याद रखना चाहिए।
राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने रविवार को जिले में विभिन्न स्थानों पर सैनिकों के परिजनों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के सैनिक और शहीद हमारी सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। यह वह कड़ी है जिसके कारण हम अपने घरों में चैन की नींद सोते हैं।
उन्होंने शहीदों के परिजनों से कहा कि एक अप्रेल 1999 से पहले के शहीद परिवार में खून के रिश्ते के एक सदस्य को यदि पूर्व में नौकरी नहीं मिली है तो उन्हें नौकरी दिलवाई जाएगी। अगर शहीद की मूर्ति स्थापित नहीं की गई है तो बाजौर स्वयं के खर्चे से मूर्ति की स्थापना कराएंगे।
जिन शहीदों के नाम से विद्यालय का नामकरण नहीं हुआ है उनके नामकरण की कार्यवाही के लिए प्रस्ताव बनाकर अपनी सिफारिश के साथ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को अनुमोदन के लिए भिजवाया गया है। इसकी शीघ्र घोषणा किए जाने की सम्भावना है।
उन्होंने बताया कि अजमेर शहर के पास मदार में वेलेरी रोज एडवर्ड पत्नी शहीद क्रिस्टोफर एडवर्ड (सेना मेडल), गांव जिलावडा में महफूल बेगम पत्नी शहीद छोंटूखां, गांव भामोलाव में धापू कंवर पत्नी शहीद महावीर सिंह, गांव बालापुरा में प्रेम पत्नी शहीद प्रभूलाल, गांव बुहारू में गुमान देवी पत्नी शहीद दयालचन्द गुर्जर, गांव चंग पिंगलोद में चांद देवी पत्नी शहीद गंगाराम (वीर चक्र), गांव तितयारी की सुमन कंवर शहीद सिपाही विजेन्द्र सिंह एवं गांव बडलिया में भंवरी देवी पत्नि शहीद मोब सिंह को शॉल ओढाकर सम्मानित किया।
बाजौर ने शहीदों के परिजनों से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए जिला कलक्टर के माध्यम से समाधान का आश्वासन दिया। उनके साथ जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बनवारी लाल सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।