सिरोही। महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान होना भी महत्वपूर्ण है। वे समीपवर्ती गोयली गांव में आदर्श चेरिटेबल फाउंडेशन द्वारा गोद लिए गए आंगनवाड़ी पाठशाला नंदघर का फीता काटकर लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन का महत्वपूर्ण अंग है, साथ ही बच्चों में संस्कार होने भी अति आवश्यक है , और इसके लिए आंगनवाडी केन्द्र अपनी महत्वपूर्ण् भूमिका निभाते है। उन्होंने कहा कि बालको के चारित्रिक व बौद्धिक विकास मे नंदघर मददगार बन रहा है।
उन्होंने कहा कि बच्चे जब छोटे होते है तो उनमें सीखने की आदत डालना यह आंगनवाडी से ही होता है, आंगनवाडी केन्द्र शिक्षा की प्रथम सीढी है और इस प्रथम पायदान को चढकर मंजिल तक पहुंचने पर आसानी रहती है।
उन्होंने कहा कि यह नंदघर जो बनाए गए है वे एक आदर्श आंगनवाडी केन्द्र के नाम है। इसमें आने वाला हर बच्चा कृष्ण के समान प्रतिभावान बनेगा क्योकि इन आगनवाडी केन्द्रों में खेल-खेल में बच्चों को सिखाया जाता है। यहां बच्चों को संस्कारवान भी बनाये जाने के लिए कई तरीकों से उन्हें सिखाया जाता है, और संस्कार दिए जाते है।
उन्होंने वहां उपस्थित ग्रामीणों से आग्रह किया वे अपने 3 से 6 आयु वर्ग के बच्चों को आंगनवाडी केन्द्रों में अवश्य ही भेजे। उन्होंने इस नंदघर के रख-रखाव व नुकसान नहीं पहुंचे इसके लिए ग्रामीणों को जिम्मेदारी दी । आंगनवाडी के फायदों को बताते हुए कहा कि आंगवाडी में बच्चों को आने से उन्हें विद्यालय जाने की आदत का विकास होता है और आगे चलकर साक्षरता की दर भी बढती है। आंगनवाडी शिक्षा के क्षेत्र में प्रथम सीढी है और इसके इस्तेमाल से मंजिल आसानी से पाई जा सकती है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि आंगनवाडी प्रथम प्राथमिकता से ले और अपने बच्चों को आंगनवाडी में भेजे।
इस अवसर इस अवसर पर भदेल ने फाउंडेशन द्वारा आंगनवाड़ी में तीन प्रमुख स्तरों पर ध्यान देने जिनमें आधारभूत सुविधाएं, शिक्षा, पोषक तत्व युक्त सुपोषण आदि की व्यवस्था किए जाने के लिए आभार जताया । उन्होंने स्थानीय सरपंच को गोयली पंचायत की ही 3 अन्य आंगनवाडी जो कि किराये पर चलती है, उसके लिये पट्टे जारी करने को कहा ताकि भवन बनवाये जा सके।
आदर्श फाउंडेशन के मुकेश मोदी ने संबोधित करते हुए राज्यमंत्री भदेल के सिरोही जिले के 140 आंगनवाड़ी केंद्रों को फाउंडेशन द्वारा गोद लेने की बात पर कहां की हम इस पर योजना बनाकर विचार कर सकते हैं मोदी ने आंगनवाड़ी पाठशाला के लिए गांवों में उचित स्थान सहित उन्हें भूमि उपलब्ध कराने में सरपंच वह जनप्रतिनिधियों को इसमें रुचि लेने का आग्रह किया।
इस मौके पर मोदी ने स्थानीय गोयली विद्यालय के रंगरोगन मर मरमम्त के कार्य के लिए 25 फीसदी राशि स्थानीय ग्रामीणों की ओर से तथा शेष 75 फीसदी राशि फाउंडेशन की ओर से खर्च करने की घोषणा की।
कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष तारा भण्डारी ने कहा कि नंदघर पाठशाला नाम रखा जाना ही अपने आप में बहुत उपयोगिता सिद्ध करता है क्योकि इन आंगनवाडी नंदघर में छोटे-छोटे बच्चों को शिक्षित एवं संस्कारवान बनाया जाता है और छोटी-छोटी कहानियां, खिलौनो, पाठ्य पुस्तकों के माध्यम से बच्चों को शिक्षित किया जाता है इसलिए हर ग्रामीण बच्चों को आंगनवाडी केन्द्रों में भेजे ताकि आगे चलकर वे अच्छे नागरिक बनें। उन्होंने आदर्श फाउंडेशन द्धारा अतिवृष्टि के दौरान किये गए राहत कार्यो कीे भी प्रसन्नता की।
सीएचआर के मैनेजर बीजू मैथ्यू ने कहा कि आदर्श चेरिटेबल फाउण्डेशन ने सिरोही बाल विकास परियोजना के 12 आंगनवाडी केन्द्र को गोद लिया है, आंगनवाडी केन्द्रों के विकास के लिये दानदाताओं एवं भामाशाहों से सहयोग प्राप्त करने के लिये बनाये गई नन्दघर योजना के तहत यह कार्यक्रम शुरू किया गया है।
नन्दघर के तहत आदर्श चेरिटेबल फाउण्डेशन ने आंगनवाडी केन्द्रों को मरम्मत, रंगरोगन, बच्चों के लिये खिलौनें, पाठ्य सामग्री, स्वच्छ पेयजल, पौष्टिक आहार एवं बिजली के लिये सौलर एनर्जी सिस्टम की व्यवस्था की है। सबसे मुख्य नवाचार के तहत अपने संस्थान की ओर से बच्चों को पढाने के लिये शिक्षक उपलब्ध कराये है, जिन्हें आदर्श शिक्षिका नाम दिया गया है।
12 आंगनवाडी केन्द्रों को गोद लिये जाने के लिये नन्दघर योजना के तहत संस्थान और सरकार के मध्य एमओयू किया जाता है, जिसे कार्यक्रम के दौरान ही एमओयू हस्ताक्षर किया गया। उप निदेशक नितीन गहलोत ने इन आंगनवाडियों में बच्चों को दिए जाने वाली सुविधा व अन्य जानकारियां दी। इस मौके पर छोटे-छोटे बच्चों ने कविताएं सुनाई एवं पीटारा पुस्तक का विमोचन किया गया। इस मौके पर हडमत सिंह, उप सरपंच लक्ष्मणसिंह व अन्य जन तथा भारी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।