सिरोही। भाजपा के राज में ग्यारह महीने में सिरोही नगर परिषद में कितना विकास हुआ इसका आईना शहर के एक बुजुर्ग ने प्रदेश के गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को मंगलवार को दिखा दिया। उन्हें यह आईना नगर परिषद चुनाव के दौरान वार्ड संख्या-17 व 18 के प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के दौरान ब्रहमपुरी स्थित लक्ष्मी मंदिर के सामने स्थानीय बुजुर्ग शंभुदत्त ने दिखाया।
सिरोही में 22 नवम्बर को 25 वार्डों में नगर परिषद चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। इसके लिए प्रदेश के गोपालन राज्य मंत्री ओटाराम देवासी मंगलवार को भी वार्डों में भाजपा के राज में विकास की गंगा बहने का दावा करते प्रचार करने निकले, जैसे ही उनका कारवां वार्ड संख्या-17 के लक्ष्मी मंदिर पर पहुंचा तो वहां पर उनका माल्यार्पण स्वागत किया गया। इससे पहले कि वह यहां पर कथित विकास के दावे करने के लिए अपना मुंह खोलते, स्थानीय बुजुर्ग शंभुदत्त वहां पहुंच गए उन्होंने देवासी को शहर में किए गए विकास का आइना दिखा दिया।
उन्होंने देवासी के साथ पहुंची तारा भंडारी की ओर इशारा करते हुए कहा कि इनके घर के सामने सडक पर गडडे पडे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जाते समय मोदी लाइन होते हुए जाना और देखना कि वहां क्या हाल है। इस दौरान पूर्व विधायक तारा भंडारी ने सामान्य शहरी की तरह इन बुद्धिजीवी बुजुर्ग से भी अनपढ मतदाताओं की तरह बहाना बनाते हुए यह कहा कि नगर परिषद में हमारी सरकार नहीं है तो शंभुदत्त और नाराज हो गए। उन्होंने देवासी की ओर इशारा करते हुए कहा कि काम कुछ करना नहीं और वोट मांगने आ जाना। यह स्थिति देखकर स्थानीय कुछ लोगों ने उन्हें शांत करवाया। तब जाकर देवासी बोलने लगे। देवासी के साथ इस दौरान वार्ड संख्या- 16 के भाजपा प्रत्याशी दिलीप ओझा, जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी आदि भी थे।
हाल बडे नाजुक
नगर परिषद प्रचार के दौरान राज्यमंत्री ओटराम देवासी के प्रति लोगों की जो रुचि देखी गई, वह इस बात की ओर इशारा करने के लिए काफी है कि सिरोही नगर परिषद के लोग भाजपा के काम से खुश नहीं है। भाजपा की सरकार बने 11 महीने हो चुके है।
सिरोही नगर परिषद में विकास के नाम पर कुछ नहीं दिखा। स्थानीय विधायक ओटाराम देवासी की पार्टी के ही सत्ता आने के बाद यहां पर करोडो के घोटाले हो गए और पूर्व में अपनी सरकार नहीं होने का बहाना करते हुए भ्रष्टाचार नहीं रोक पाने की असमर्थता जताने वाले विधायक के इसे रोकने के लिए भी कुछ नहीं कर पाए और उनके पुराने दावों की पोल खुल गई। यह बात तो दीगर है उनके राज्य मंत्री बनने के बाद ही करीब डेढ करोड रुपए की सीसीटीवी खरीद की अनियमितता हो गई।
इस अनिमितता की शिकायत उनकी पार्टी के ही आईटी सेल के जिलाध्यक्ष रोहित खत्री ने उनसे और प्रदेश के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया से की, लेकिन दोनों ही मौन रहे। यह पूरे हालात सिरोही शहर के मतदाताओं को यह समझाने के लिए काफी है कि किस तरह से राज्यमंत्री देवासी की नाक के नीचे एक अधिकारी अनियमितता को अंजाम दे रहा है और वह बेबस से हैं। बहरहाल, शहर के 25 वार्डों में सत्ता पक्ष के लिए जो आक्रोश देखने के मिल रहा है उससे यही लग रहा है कि वह सत्ता के अहंकार को चूर करने को आतुर है।