बिलासपुर। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नसबंदी से हुई मौतों के लिए लापरवाही ही नहीं बल्कि भ्रष्टाचार का भी रोल होने का आरोप है। गांधी ने शनिवार को पहुंचने के बाद पीडित परिवारों तथा बीमार महिलाओं से अस्पतालों में मिलने के बाद कहा कि सच्चाई यह है कि यह केवल लापरवाही का मामला नहीं है बल्कि इसके पीछे भ्रष्टाचार की अहम भूमिका है। इसमे नकली दवाओं की भी भूमिका है।
उन्होंने घटना के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एवं स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राज्य सरकार का काम लोगों को सेवा देने का है और सही तरीके से अस्पताल चलाने का है। उन्होंने आरोप लगाया कि नसबंदी कैम्प सही ढग से नहीं चलाए गए। गांधी ने कहा कि इस घटना से उन्हें भारी दुख हुआ है। घटना से प्रभावित लोगों की स्थिति बहुत खराब है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस मौके पर कहा कि घटना के बाद तथ्यों को छुपाया जा रहा है और मामले के सुबूतों को मिटाया जा रहा है।
गांधी इससे पहले जिले के अमसेना गांव में पहुंचे और नसबंदी केबाद मृत महिलाओं के परिजनों से मिले। उन्होने उनकी बातें धैर्यसे सुनी और उन्हें ढांढस बंधाया। इस गांव की तीन महिलाओं की मौत हो चुकी है। उन्होंने पीडित परिवारों को घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के विरूद्व कार्रवाई करवाने के लिए कांग्रेस की ओर से संघर्ष करने भरोसा दिलाया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इसके बाद अपोलो, छत्तीसगढ आयुर्विज्ञान संस्थान में जाकर वहां भर्ती महिलाओं की स्थिति की जानकारी ली। सर्किट हाउस में भी उन्हें कई पीडित परिवारो से मिलवाया गया। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव समत कई वरिष्ठ पार्टी नेता मौजूद थे।
गंाधी इससे पूर्व शनिवार को इंडिगो की नियमित उड़ान से सुबह राज्य के प्रभारी महासचिव बीके हरिप्रसाद के साथ रायपुर पहुंचे और सड़क मार्ग से बिलासपुर के लिए रवाना हो गए। बिलासपुर में नसबंदी के बाद अब तक 15 महिलाओं की मौत हो चुकी है और लगभग तीन दर्जन का इलाज वहां के सरकारी एवं निजी अस्पतालों में हो रहा है। इनमें से लगभग 10 महिलाओं की स्थिति काफी खराब बताई जा रही है। कांग्रेस ने घटना को बाद से मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह एवं स्वास्थ्यमंत्री अमर अग्रवाल के नैतिक आधार पर इस्तीफे के लिए आन्दोलन छेड़ रखा है। कांग्रेस इस्तीफे की मांग एवं घटना के विरोध में गत बुधवार को सफल छत्तीसगढ़ बन्द आहूत कर चुकी है।