छपरा (सारण)। मेरे पति की दूसरी शादी रोकिये हुजूर, वर्ना मैं आत्महत्या कर लूंगी। पानापुर थाना परिसर में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब एक युवती अपनी मां के साथ थाने के मुख्य द्वार को रोककर खड़ी हो गई।
किसी जरुरी काम से बाहर निकल रहे थानाध्यक्ष को मजबूरन अपना कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा एवं बाईक से निकलना पड़ा। मुख्य द्वार को घेरे युवती बार बार अपने कथित पति की शादी रुकवाने की गुहार लगा रही थी जबकि थानाध्यक्ष न्यायालय का हवाला देकर कोई भी कार्रवाई करने में असमर्थता जता रहे थे।
क्या है मामला
थाना क्षेत्र के चिन्तामनपुर गाँव निवासी शंकर सिंह की पुत्री राखी कुमारी ने चकिया गांव निवासी सुरेन्द्र सिंह के पुत्र शैलेन्द्र सिंह उर्फ़ लोटा के साथ 15 जून 2014 को थावे मंदिर में शादी करने की बात कहते हुए स्थानीय थाने में एक आवेदन दिया था। पुलिस को दिए आवेदन में राखी ने कहा था कि शादी के बाद मैं मैके में रह रही थी जहां शैलेन्द्र भी आता था एवं हमलोग पति पत्नी की तरह रहते थे।
ससुराल जाने की बात पर आई दोनों में खटास
राखी का कहना है कि ससुराल जाने की बात करने पर शैलेन्द्र मुकर गया। मजबूरन हमें क़ानून का सहारा लेना पड़ा। राखी के आवेदन पर स्थानीय थाने में 9 सितम्बर 2014 को एक पंचायती हुई थी जिसमें सुरेन्द्र सिंह ने राखी को अपनी बहू स्वीकार कर विजयादशमी को घर ले जाने की बात कही थी, लेकिन बाद में वे मुकर गए।
अंततः पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करनी पड़ी एवं शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर जेल भेजना पड़ा।हाईकोर्ट से जमानत पर छूटे शैलेन्द्र की इधर शादी की तैयारी जोर शोर से चल रही है। 17 अप्रेल को उसकी शादी होने वाली है। इस शादी को रोकवाने के लिए राखी अपनी मां के साथ स्थानीय थाने पहुंच गुहार लगा रही है।