लंदन। नवजात भी तनाव महसूस करते हैं, लेकिन वे इसे रोकर जताते नहीं हैं। एक नए शोध में यह बताया गया है कि तनाव के दौरान नवजात का मस्तिष्क दर्द के लिए बहुत तेज प्रतिक्रिया देता है, लेकिन ऐसे बच्चे फिर भी रोकर इसे जताते नहीं हैं।
शोध के निष्कर्ष सुझाते हैं कि तनाव बच्चे की मस्तिष्क गतिविधि और उसके व्यवहार के बीच एक स्पष्ट अलगाव पैदा करता है। तनावग्रस्त बच्चे दर्द पर प्रतिक्रिया नहीं कर पाते हैं, जिसके कारण बच्चे की देखरेख करने वाले को उसके दर्द के बारे में महसूस नहीं होता है।
शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि इस प्रकार ऐसे बच्चों को समझने के लिए अलग-अलग तरीकों की पहचान जरूरी है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से लौरा जोन्स ने कहा कि जब नवजात शिशुओं को एक दर्दनाक प्रक्रिया का अनुभव होता है, तो उनके मस्तिष्क की गतिविधि और रोने और मुंह बनाने जैसी उनकी व्यवहारिक प्रतिक्रियाओं में वृद्धि होती है।
उन्होंने आगे कहा कि जो बच्चे तनाव में होते हैं, उनका मस्तिष्क अधिक प्रतिक्रिया देता है। लेकिन इन बच्चों की मस्तिष्क गतिविधि उनके व्यवहार से मेल नहीं खाती है और ऐसा तनाव के कारण होता है।
इन निष्कर्षों के लिए शोधकर्ताओं ने स्वस्थ्य नवजात बच्चों का अध्ययन किया था और ईईजी तकनीक व चेहरे के हावभाव से बच्चों के दर्द में होने वाली प्रतिक्रियाओं का आकलन किया था।यह शोध ‘करंट बायोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।