इन्दौर। वन विभाग की टीम ने उल्लू पकडऩे और तांत्रिक क्रिया करने को लेकर टीमें गठित की है। यह टीमें बुधवार से ही पूरे जिले में सक्रिय रहेंगी और जहां भी उल्लू बेचते कोई मिला, वहां उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
पिछले वर्षों में झाबुआ, अलीराजपुर आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आदिवासी शहर में उल्लू लेकर बेचते हुए मिले थे। प्रशासन और पुलिस भी वनविभाग की टीम में शामिल है।
दीपावली पर उल्लू को देखना और पूजन शुभ माना जाता है। मान्यता है कि उल्लू दिख जाए तो धन, सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। अधिकांश लोग दीपावली की रात उल्लू की तलाश में रहते हैं।
चूंकि उल्लू इतनी आसानी से नहीं दिखता है, इसलिए आसपास के जिलों से उल्लू इंदौर में लाया जाता है और लोग इसे खरीदते हैं व पूजा पाठ के साथ तांत्रिक क्रियाएं करते हैं।
वन विभाग ने इस पर रोक के लिए टीमें गठित की है और आज से ही पूरे जिले में खासकर शहरी क्षेत्र में कार्रवाई की जाएगी। जहां भी उल्लू के साथ कोई व्यक्ति दिखा उससे पूछताछ होगी।
अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए कई लोग उल्लू को लेकर तांत्रिक क्रियाएं कई लोग करते हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रशासन, पुलिस के अधिकारी भी दल में शामिल हैं और सभी क्षेत्रों में आज से ही दल काम करेंगे।