इलाहाबाद । गत दिनों स्थानीय कोचिंग संस्थान में हुई मारपीट मामले में हो रहे पुलिसिया खेल के विरोध में गुरूवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एक छात्रनेता ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। जिसे लेकर वहां हंगामा हो गया। सूचना पर पुलिस पहुंची।
आत्मदाह करने वाले छात्र नेता मानस का आरोप है कि दो दिन पूर्व जार्जटाउन थाना क्षेत्र में स्थित इस कोचिंग में हुई मारपीट मामले में पुलिस अविनाश दुबे के खिलाफ फर्जी मुकदमा लादना चाह रही है। उसने कोचिंग संचालक की पहुंच सत्ता पक्ष के एक विधायक तक होने के कारण पुलिस के दबाव में होने का आरोप लगाया है। जिसकी वजह से पुलिस कोचिंग संचालक रवि सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मामले की शिकायत करने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय छात्र गुरुवार को मिलने गये थे लेकिन उनकी वहां कोई सुनवाई नहीं की गयी। जिससे परेशान होकर सभी छात्र जिलाधिकारी से मिलने के लिए संगम सभागार पहुंच गये। जहां जिलाधिकारी मौजूद थे लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा था। इस पर अन्याय के खिलाफ छात्रनेता मानस ने आत्महत्या की कोशिश में ज्वलशील पदार्थ डाल लिया। यह देखते ही वहां अफरा-तफरी मच गयी। इस बीच जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारी भी आ पहुंचे और मामले को शांत कराने के लिए सत्ता पक्ष के एक विधायक भी वहां आ धमके। सूचना पर वहां कर्नलगंज पुलिस भी पहुंची।
आत्मदाह का प्रयास करने वाले छात्र कहना है कि उसके पास जो विजुअल है, उसे पुलिस अधिकारी नजर अन्दाज कर रहें है। सत्ता के पक्ष के दबाव में आकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामले को टरका रहें है।
इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष जार्जटाउन कहना है कि इस सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। कौन दोषी है कौन नहीं, यह जांच के बाद ही निश्चित हो पायेगा।