सबगुरु न्यूज-जालोर। जालोर में कार्मिकों ने अपने जिला कलक्टर के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। इसे लेकिर मुख्य सचिव और संभागीय आयुक्त को ज्ञापन भी भेजा है। कार्मिकों ने जिला कलक्टर लक्ष्मीनारायण सोनी की कार्यशैली को लेकर सोमवार को प्रस्तावित राजस्व विभाग की बैठक का सामूहिक बहिष्कार करते हुए सामूहिक अवकाश की घोषणा की है। कर्मचारियों का आरोप है कि जिला कलेक्टर की कार्यशैली के कारण कलेक्टर कार्यालय के सभी कर्मचारी तनाव में है और कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का मानस बना चुके हैं।
राज्य के किसी जिले में संभवतः पहली बार ऐसा हुआ होगा कि जिला कलेक्टर कार्यालय, उपखंड कार्यालय एवं तहसील कार्यालय जालोर के कर्मचारियों ने जिला कलक्टर को उनकी ही कार्यशैली की भत्र्सना करने का ज्ञापन दिया हो। ज्ञापन में बताया गया है कि उनकी कार्यशैली की वजह से जिला कलेक्टर कार्यालय के सभी कत्र्तव्यनिष्ठ कर्मचारी क्षुब्ध है।
कर्मचारी तनाव में रहने के साथ ही अपना राजकीय कार्य पूरी निष्ठा से नहीं कर पा रहे हैं। ऐसी परिस्थति में सभी कर्मचारियों की ओर से सामूहिक रूप से कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय किया गया है। ज्ञापन में जिला कलेक्टर पर आरोप लगाया गया है कि उनकी ओर से अनावश्यक दबाव बनाकर एवं अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करने के कारण सभी कर्मचारी सामूहिक रूप से भत्र्सना करते हैं।
इसके अलावा ज्ञापन में यह भी बताया गया है कि कलेक्टर के व्यवहार व कार्यशैली के कारण कई कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का मानस बना चुके हैं। इस ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्य सचिव व संभागीय आयुक्त जोधपुर को भी भेजी है। कर्मचारियों ने 9 सितम्बर को होने वाली राजस्व अधिकारियों की बैठक का भी बहिष्कार करने का निर्णय किया है।
कार्मिकों ने कलेक्टर को हटाने की मांग की गई है, ऐसा नहीं करने पर 11 सितम्बर से सामूहिक अवकाश पर रहने का निर्णय किया गया है। इस प्रकरण में जालोर उपखंड अधिकारी कर्मचारी नेताओं से सम्पर्क कर मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल समझौते की कोई सूचना नहीं है।