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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले की समयबद्ध अदालती निगरानी में जांच की मांग को लेकर उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की।
सुनंदा पुष्कर (52) 17 जनवरी, 2014 को दिल्ली के होटल लीला पैलेस में रहस्यमय हालात में मृत पाई गई थीं। स्वामी ने मामले में एक समयबद्ध जांच की मांग की है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में बहुत ही प्रभावशाली लोग शामिल हैं, जो गुनहगारों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं और मामले में पहले ही जरूरत से ज्यादा देरी हो गई है।
जनहित याचिका (पीआईएल) में अदालती निगरानी में एक बहु-अनुशासनिक एसआईटी का गठन करके जांच की मांग की गई है। कहा गया है कि इस एसआईटी में खुफिया ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय, रॉ, दिल्ली पुलिस शामिल हो और इसकी अगुवाई सीबीआई करे या एक समयबद्ध सीबीआई जांच हो।
जनहित याचिका में कहा गया कि यह आपराधिक न्यायिक प्रक्रिया का अत्यधिक धीमी गति का उदाहरण है और धनी व प्रभावी लोगों द्वारा प्रभावित किया जा सकता है।
यह जनहित याचिका दिल्ली पुलिस, गृह मंत्रालय व केंद्रीय जांच ब्यूरों के खिलाफ दायर किया गया है। पीआईएल में कहा गया है कि यहां तक कि तीन साल बाद भी कोई आरोपपत्र दाखिल नहीं किया गया है और कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।