तिरुवनंतपुरम। अरुणाचल प्रदेश में 23 मई को सुखोई-30 दुर्घटना में मारे गए भारतीय वायुसेना के पायलट एस.अचुदेव (25) का पार्थिव शरीर एक विशेष विमान से शुक्रवार सुबह केरल लाया गया। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मृतक के घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पायलट के पार्थिव शरीर की अगवानी करने के लिए हवाईअड्डे पर भारी तादाद में लोग पहुंचे थे।
अचुदेव के पिता पी.वी.सहदेवन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक हैं और अपनी पत्नी के साथ तिरुवनंतपुरम में रहते हैं।
अरुणाचल प्रदेश के दौलासांग इलाके में 23 मई को भारतीय वायुसेना का युद्धक विमान सुखोई-30 लापता हो गया था। विमान का मलबा 26 मई को मिला था, जिसके बाद बुधवार को वायु सेना ने दोनों पायलटों को मृत घोषित कर दिया था।
विमान जिस वक्त लापता हुआ था, उसमें फ्लाइट लेफ्टिनेंट अचुदेव तथा स्क्वाड्रन लीडर डी.पंकज सवार थे।
अचुदेव के पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शन के लिए शाम पांच बजे तक उनके घर पर रखा गया है, जिसके बाद उसे पंगोडे मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया जाएगा, जहां से उसे शनिवार सुबह कोझिकोड ले जाया जाएगा।
मृतक के परिजनों के मुताबिक अचुदेव का अंतिम संस्कार कोझिकोड में शनिवार अपराह्न तीन बजे किया जाएगा।
अचुदेव मार्च महीने में तिरुवनंतपुरम में थे, जहां उन्होंने अपने माता-पिता के साथ कुछ दिन बिताए थे। सहदेवन ने अंतिम बार 22 मई को अपने बेटे से बात की थी, जिस दिन अचुदेव का जन्मदिन था।