अगरतला। गुरुवार को सुखोई-30 लड़ाकू विमान अगरतला एयरपोर्ट पर उतरा। इसे पड़ोसी देश चीन के खिलाफ एयरफोर्स की मॉक ड्रिल माना जा रहा है। सुबह 8.30 बजे यह विमान यहां उतरा और दोपहर 12 बजे मॉक ड्रिल पूरा करने के बाद वापस चला गया।
भारतीय वायुसेना ने अगस्त, 2010 में अपना पहला एसयू -30 स्क्वाड्रन को पूर्वोत्तर के तेजपुर एयरबेस पर तैनात किया था। मार्च, 2011 में एक और सुखोई स्क्वाड्रन को छाउबा एयरबेस पर तैनात किया गया।
जैसा कि त्रिपुरा आतंक प्रभावित क्षेत्र के रूप में और चीन से होने वाली घुसपैठ को लेकर हमेशा से एक संवेदनशील इलाका रहा है, ऐसे में एयरफोर्स इस इलाके में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाह रहा है।
अगरतला एयरपोर्ट हमेशा से सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है। 1962 के भारत-चीन युध्द के दौरान भारतीय सैनिकों को गोला-बारूद पहुंचाने के लिए इसका उपयोग किया गया था लेकिन उस युध्द के बाद इसे बंद कर दिया गया था।