रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ पर हुए नक्सली हमले को नृशंस अपराध करार देते हुए कहा कि सरकार इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाएगी।
राजनाथ सिंह ने मंगलवार सुबह सुकमा पहुंचकर घटनास्थल का दौरा करने के बाद बताया कि विभिन्न राज्यों के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त बैठक आठ मई को होगी, जिसमें नक्सलियों के खिलाफ रणनीति को पुख्ता किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह हमला बौखलाहट में आकर किया गया। वे जनजातीय क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यो के खिलाफ हैं, लेकिन हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। जरूरत पड़ी तो हम रणनीति में बदलाव करेंगे।
लगभग 400 हथियारबंद नक्सलियों ने सोमवार को सीआरपीएफ के जवानों पर हमला कर दिया, जिसमें 25 जवान शहीद हो गए। यह 2013 के बाद राज्य में सबसे बड़ा नक्सली हमला है।
शहीद जवानों में से 6 बिहार के
छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को हुए नक्सली हमले में शहीद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 25 जवानों में बिहार के छह सपूत भी शामिल हैं। वे बिहार के विभिन्न जिलों के थे।
बिहार के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि सुकमा के दोरनापाल के जंगली क्षेत्रों में नक्सलियों के हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों में से छह बिहार के रहने वाले थे।
शहीद जवानों में वैशाली जिले के अभय कुमार, भोजपुर के अभय मिश्र, पटना के दानापुर निवासी सौरभ कुमार, दरभंगा के नरेश यादव, अरवल के रंजीत कुमार और रोहतास के रहने वाले क़े क़े पाण्डेय शामिल हैं। घटना की खबर सुनते ही पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। शहीदों के गांव में मातम पसरा हुआ है और उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।