नई दिल्ली। कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर ने खुदकुशी नहीं की थी, बल्कि जहर देकर उनकी हत्या की गई थी। दिल्ली के पुलिस आयुक्त बी.एस. बस्सी ने मंगलवार को यह रहस्योद्घाटन किया। दिल्ली पुलिस के इस बयान और हत्या का केस दर्ज किए जाने के बाद थरूर से इस्तीफे की मांग उठ रही है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त बी.एस.बस्सी ने कहा कि अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि अंतिम चिकित्सा रिपोर्ट के मुताबिक, 52 वर्षीय सुनंदा की मौत अप्राकृतिक थी। उन्होंने कहा कि सुनंदा की मौत जहर से हुई। उन्हें जहर खिलाया गया या उनके शरीर में इंजेक्शन के माध्यम से पहुंचाया गया। ऎसा किसने और क्यों किया, इसकी तहकीकात की जा रही है। खुदकुशी की बात को खारिज करते हुए विशेष पुलिस आयुक्त दीपक मिश्रा ने कहा कि यह जहर देकर जान लेने का मामला है।
मौत से एक दिन पहले थरूर व सुनंदा ने एक संयुक्त बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके टि्वटर अकाउंट से अवैध रूप से किए गए ट्वीट को लेकर वे परेशान हैं और दोनों का वैवाहिक जीवन सुखमय है और आगे भी ऎसा ही रखना चाहते हैं। ट्वीट में थरूर का पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से संबंध रखने का आरोप लगाया गया था।
वहीं कांग्रेस ने कहा कि बस्सी के बयान से यह साफ नहीं होता कि सुनंदा ने खुदकुशी की या उनकी हत्या की गई। लेकिन केरल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने थरूर से लोकसभा सदस्यता से इस्तीफे की मांग की।
मार्क्सवादी नेता तथा केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वी.एस.अच्युतानंदन ने कहा कि अब चूंकि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है, इसलिए थरूर को इस्तीफा दे देना चाहिए और खुद को जांच के लिए पेश करना चाहिए। केरल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी.मुरलीधरन ने भी थरूर से इस्तीफे की मांग की।
एम्स से दिल्ली पुलिस को अंतिम चिकित्सा रिपोर्ट 29 दिसंबर को मिली थी। पुलिस सूत्रों ने कहा कि चार जनवरी को हत्या का एक मामला दर्ज किया गया। हत्या की जांच के लिए एक विशेष पुलिस दल का गठन कर दिया गया है।
तिरूवनंतपुरम में एक बयान में थरूर ने कहा कि वह और सुनंदा के परिवार के सदस्य सुनंदा की मौत से जुड़ी सभी सूचनाएं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी चिंता है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और मैं पुलिस को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन देता हूं। उन्होंने कहा कि हालांकि पत्नी की मौत पर किसी तरह के ढकोसले के बारे में मैंने सोचा भी नहीं। हम सब मामले की एक गहन जांच चाहते हैं, ताकि सच्चाई सामने आए।
दंडाधिकारी को 20 जनवरी को सौंपी गई पहली पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, सुनंदा की मौत दवाओं के अत्यधिक सेवन से हुई थी। लेकिन यह भी कहा गया था कि उनके शरीर पर चोट के दर्जनभर निशान मिले हैं। जुलाई में सामने आई अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोट के निशानों की कुल संख्या 15 बताई गई थी। उन चोट के निशानों में एक इंजेक्शन का भी निशान था।
बाद में एम्स में फॉरेंसिक दल के प्रमुख सुधीर कुमार गुप्ता ने आरोप लगाया था कि सुनंदा की मौत को प्राकृतिक बताने के लिए उन पर दबाव डाला गया था। एम्स ने हालांकि आरोपों से इनकार किया और गुप्ता को पद से हटा दिया था।