जयपुर। सरकार जयपुरिया चिकित्सालय में सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं शुरू करेगी। इसके लिए आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ चिकित्सक लगाने एवं यथाशीघ्र एमआरआई, सीटी स्केन, कैथलेब एवं डायलिसिस की व्यवस्था प्रारम्भ करने के निर्देश दिए हैं।
अस्तपाल में शैय्याओं की संख्या को 400 से बढ़ाकर 500 की जाएगी। चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने सोमवार को जयपुरिया चिकित्सालय में उपलब्ध करवाई जा रही चिकित्सा सुविधाओं का सघनता से निरीक्षण किया।
उन्होंने राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार, जयपुरिया मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश शर्मा एवं अधीक्षक डॉ. रेखासिंह, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. सौरभ कक्कड़ सहित जयपुरिया चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ बैठक आयोजित कर चिकित्सा सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की।
चिकित्सालय में इस समय 44 नई टीचिंग फैकल्टी एवं 52 चिकित्सक कार्यरत हैं एवं शीघ्र ही 8 नयी टीचिंग फैकल्टी नियोजित की जा रही है। उन्होंने चिकित्सालय के आउटडोर, इंडोर, प्रसव संख्या, सर्जरी, ब्लड बैंक इत्यादि की समीक्षा की।
वर्तमान में चिकित्सालय में प्रतिदिन लगभग ढाई हजार का आउटडोर रहता है। इस वर्ष अब तक चिकित्सालय में 5 लाख 48 हजार 458 मरीजों का ओपीडी में एवं 19 हजार 168 व्यक्तियों का इंडोर उपचार किया गया।
चिकित्सालय में इस वर्ष 4 लाख 70 हजार 175 जांचे, 2 हजार 68 सामान्य प्रसव, 966 सिजेरियन प्रसव एवं 4 हजार 817 विभिन्न आॅपरेशन किए गए।