सूरत। मुख्यमंत्री आनंदी पटेल ने कहा कि आने वाले दिनों में सूरत स्मार्टेस्ट सिटी बनेगा।
डुमस से सरथाणा जकातनाका तक बीआरटीएस के दूसरे रूट का लोकार्पण करते हुए उन्होंने शहरीकरण से बढ़ रहे प्रदूषण के खतरे पर नियंत्रण के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल पर जोर दिया।
कोसंबा के समीप धामडोद गांव में प्रस्तावित पीपी सवाणी समूह के नॉलेज सिटी का भूमिपूजन करते हुए विश्वविद्यालयों से जन समस्याओं पर शोध करने का आह्वान करते हुए कहा कि शोध रिपोर्ट पर राज्य सरकार जनकल्याणकारी योजनाएं बनाएगी। राज्य सरकार को रिपोर्ट सितंबर माह तक मिलती हैं तो सुझावों को बजट में शामिल किया जाएगा।
नॉलेज सिटी के भूमिपूजन के बाद उन्होंने कहा कि प्रदेश के ५६ विश्वविद्यालय यदि एक-एक मुद्दे पर भी रिसर्च पेपर तैयार करें तो राज्य सरकार आम आदमी के लिए ५६ योजनाएं बना सकती है।
विभिन्न शहरों के परंपरागत उद्योगों का जिक्र करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को उनकी मौजूदा स्थितियों और उबरने के उपायों पर शोध करना चाहिए।
आगामी सप्ताह में राज्य सरकार सभी कुलपतियों से इस संबंध में बात करेगी। शिक्षा में गुणात्मक सुधार कर विश्वविद्यालय आने वाले बच्चों को मानव बनाने पर जोर दिया जाए। यहां पढ़ रहे विद्यार्थियों को भी समाज के प्रति अपने दायित्व को समझना होगा।
कन्या केलवणी के लिए 50 लाख
कार्यक्रम के दौरान पीपी सवाणी नॉलेज सिटी की ओर से कन्या केलवणी के लिए मुख्यमंत्री को 50 लाख रुपए का चेक भेंट किया गया। ईएम चेरिटेबल ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री स्वच्छता निधि के लिए 50 लाख रुपए का चेक सौंपा।