सूरत। चौक स्थिति रंग उपवन में सोमवार को आयोजित कांग्रेस के कार्यकर्ता स्नेह मिलन समारोह में वक्ताओं ने स्थानीय नेतृत्व को गुटबाजी छोड़ एक होने की सीख दी। उन्होंने कहा कि परिवार की तरह एक रहेंगे तो आने वाला समय कांग्रेस का होगा। कार्यकर्ताओं को जमीन पर रहकर लोगों से जुडऩे और उनकी समस्याओं के लिए सामने आने का आह्वान किया।
कांग्रेस ने सोमवार शाम करीब पांच बजे रंग उपवन में कार्यकर्ता स्नेह मिलन का आयोजन किया था। कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रमुख अर्जुन मोढवडिया ने कहा कि ईष्र्या और अहंकार हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है। यह आत्मचिंतन का समय है और हमें एक होकर यह सोचने की जरूरत है कि हम चुनावों में बार-बार हार क्यों रहे हैं। सदस्यता अभियान में ईमानदारी से जुटने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि एक बूथ पर २५ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य तय करना चाहिए। अब तक कागजों पर ही सदस्य बनते रहे और न हमें पता न सदस्यों को कि कौन किससे जुड़ा हुआ है। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अच्छे दिन सिर्फ उद्यमियों के आए हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि पार्टी में परिवार की भावना होनी चाहिए। हमें अहं को छोडऩा होगा तभी आगे आ सकेंगे। मंच पर बैठे स्थानीय नेताओं को सीख देते हुए उन्होंने कहा कि नए वर्ष में तय करें कि हम एक रहेंगे और कांग्रेस की विचारधारा को साथ लेकर चलें गे। प्रदेश में मुख्यमंत्री रहते मोदी सरकार के कामकाज पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मेट्रो समेत कई योजनाओं में दूसरे प्रदेश गुजरात से आगे निकल गए हैं।
प्रदेश के पूर्व प्रमुख सिद्धार्थ पटेल ने कहा कि कांग्रेस नाजुक दौर से गुजर रही है लेकिन हताश होने की जरूरत नहीं है। केंद्र के पास शासन की स्पष्ट नीति नहीं है और आने वाला वक्त हमारा होगा। हमें एक होकर पार्टी के लिए काम करना होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. तुषार चौधरी ने वार्डों के डीलिमिटेशन को समझते हुए आगामी मनपा चुनावों के मद्देनजर तैयार होने की हिदायतद दी। कार्यक्रम को यूथ कांग्रेस प्रदेश प्रमुख मानसिंह, महिला कांग्रेस प्रदेश प्रमुख सोनल, शहर कांग्रेस प्रमुख नैषध देसाई, कदीर पीरजादा ने भी संबोधित किया। मंच संचालन मनपा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सोलंकी ने किया।
पीसीसी में भी उठा गुटबाजी का मुद्दा
कार्यकर्ता सम्मेलन से पहले तेरापंथ भवन में आयोजित प्रदेश कारोबारी बैठक में भी शहर कांग्रेस की गुटबाजी पर चर्चा हुई। बैठक में वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि कार्यकर्ता सम्मेलन से पहले स्थानीय नेतृत्व को एक जाजम पर बिठाकर उनका हृदय मिलन कराया जाए। बड़े नेता एक होंगे तो कार्यकर्ता दुगुने उत्साह से काम कर पाएंगे। मोढवडिया और शक्तिसिंह ने साफ कर दिया कि स्थानीय नेताओं को गुटबाजी से बाहर आना होगा।