सूरत। कामरेज लसकाणा डायमंड नगर स्थित यार्न कारखाने में बुधवार सुबह आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर दमकल विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग में कारखाने में रखा कच्चा व तैयार माल-सामान को नुकसान हुआ है।
दमकल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कामरेज लसकाणा डायमंड नगर कलचीया इंडस्ट्रियल स्टेट विभाग एक में प्लॉट संया ३१५, ३१६ स्थित माते फैशन और माते टेक्सटाइल में बुधवार सुबह सात बजे के करीब अचानक आग लग गई। घटना के बाद कारखाने में अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी दमकल विभाग को दी। सब ऑफिसर राजेन्द्र राजपुत तथा अन्य अधिकारी पांच दमकल गाडिय़ों के साथ घटनास्थल पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए। आग की शुरूआत चौथी मंजिल से हुई थी। आग फैलते हुए तीसरी मंजिल व छत पर शेड में भी लग गई। चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस आग में कोई जनहानी नहीं हुई है।
हादसे में कारखाने में रखा कच्चा यार्न करीब तीस टन, तैयार सामान करीब बीस टन, दस हजार प्लास्टिक रॉल, आठ हजार क्रॉप यार्न, यार्न भरा हुआ बीम 35 नग, आठ टीएफओ मशीन, चार वाइडिंग मशीन, वॉरपिंग मशीन एक, टेबल कील, बॉयलर एक समेत वायरिंग, फर्निचर, शेड को आग व पानी से नुकसान हुआ है। कारखाना मालिक का नाम मनीषा किशोर कुकरिया और वर्षा विजय कुकरिया बताया गया है।
दो बार हुआ ब्लास्ट
सब ऑफिसर राजेन्द्र राजपुत ने बताया कि कारखाने के अंदर एलपीजी सिलंडर भी मौजूद थे। आग बुझाने के दौरान अचानक एक धमाका हुआ। उसके कुछ देर बाद फिर से धमाका हुआ। लेकिन इन दोनों धमाके में कोई जनहानि नहीं हुई है। आग पर काबू पाने के बाद जांच में दमकल विभाग को दो एलपीजी सिलंडर फटे हुए मिले। दमकल विभाग ने दोनों सिलंडर कब्जे में ले लिया है।
शॉर्ट-सर्किट से लगी आग
दमकल विभाग ने बताया कि चार मंजिला बिल्डिंग में आग की शुरूआत चौथी मंजिल से हुई थी। लेकिन कारखाने की छत पर शेड करके वहां भी मशीने लगाई हुई थी। आग फैलते हुए छत पर पतरे के शेड तक पहुंच गई थी और तीसरी मंजिल नीचे की ओर भी बढ़ रही थी। दमकल विभाग ने तीसरी मंजिल पर ही आग को रोक लिया था। प्राथमिक निरीक्षण में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है।