सूरत। दलितों पर अत्याचार को लेकर मंगलवार सुबह वाल्मीकी समाज की ओर से दिल्ली गेट पर आयोजित शांति यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन पुलिस ने रोक दिया और आठ जनों को डिटने कर लिया। बाद में सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
उना में दलित युवको पर हुए अत्याचार और सूरत में दलित युवक की कथित हत्या प्रकरण को लेकर वाल्मीकी समाज के अग्रणी भूपेन्द्र पटेल और रितेश की ओर से मंगलवार सुबह दिल्ली गेट पर शांती यज्ञ का आयोजन किया गया था। इसके लिए समाज की ओर से पुलिस की मंजूरी भी ली गई थी।
लेकिन मंगलवार सुबह आठ बजे जैसे ही यज्ञ शुरू किया गया महिधरपुरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। मंजूरी रद्द कर दी गई होने का बताकर पुलिस ने हवन रोक दिया और मौके से आठ जनों को हिरासत में ले लिया।
दोपहर को सभी को पुलिस ने जमानत पर रिहा कर दिया। गौरतलब है कि उना में दलित युवकों पर अत्याचार की घटना के बाद रविवार शाम सूरत के मोटी वेड गांव में पुलिस की कथित पिटाई से दलित युवक की मौत हो गई थी।