सूरत। दुष्कर्म और धोखाधड़ी के मामले में फंसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंधक ने कोर्ट में समर्पण करने के लिए कोर्ट में अर्जी दायर की है। इस अर्जी पर कोर्ट 2 मई को सुनवाई करेगी।
मूलत: राजकोट और मुंबई अंधेरी निवासी माधव अश्विन जोशी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में प्रबंधक है। उन पर सूरत के पीपलोद क्षेत्र की युवती ने दुष्कर्म और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए उमरा थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
शिकायत के मुताबिक माधव ने पीडि़त युवती से सगाई की और बाद में उसके साथ शादी से पहले कई बार यौन संबंध बनाए। इस दौरान उसने मोबाइल फोन में क्लीप बना ली और बाद में उसने क्लीपिंग फेसबुक पर अलपोड करने की धमकी देकर युवती से सगाई तोड़ दी।
पीडि़त युवती ने दर्ज करवाई शिकायत के बाद अभियुक्त माधव ने गिरफ्तारी से बचने के लिए सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जो सेशन कोर्ट ने नामंजूर कर दी थी। इसके बाद उसने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।
याचिका की सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि अगर वह याचिका को नोट प्रेस कर सेंशन कोर्ट में समर्पण करता है और इसके बाद जमानत याचिका दायर करता है तो सेशन कोर्ट जल्द से जल्द और उसी दिन याचिका पर सुनवाई करेगी।
7 अप्रेल को हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद शुक्रवार को उसने सेशन कोर्ट में समर्पण के लिए अर्जी दायर की। अर्जी में उसने लिखा है कि वह उमरा थाने में दर्ज दुष्कर्म के मामले में सेशन कोर्ट में समर्पण करना चाहता है, न्याय के हित में उसे हिरासत में लेने का आदेश जारी किया जाए।