नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार विदेशों में फंसे भारतीयों की मदद के लिए कितनी संजीदा है, इसका ताजा उदाहरण है जर्मनी में व्यथित अवस्था में रह रही गुरप्रीत कौर। वह भारत आना चाहती है और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उसे मदद का भरोसा दिया है।
ट्वीटर पर गुरप्रीत कौर ने एक वीडियो के माध्यम से भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उसने कहा कि मैं भारत सरकार से प्रार्थना करती हूं कि मुझे जल्द से जल्द भारत बुलाया जाए। गुरप्रीत का आरोप है कि उसे और उसकी सात वर्षीय बेटी को उसके ससुराल वालों ने एक शरणार्थी शिविर में रखवा दिया था।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरप्रीत मामले पर कहा कि उन्हें गुरप्रीत का ट्वीट मिल गया है। मुझे जर्मनी में अपने राजदूतावास से रिपोर्ट मिल गई है। सुषमा ने ट्वीट कर गुरप्रीत को भरोसा दिलाया कि सरकार उसकी मदद करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि फ्रैंकफर्ट में भारतीय महावाणिज्य दूतावास इस मामले को देखेगा और इस बारे में गुरप्रीत के पिता दीदार सिंह से भी बात की जा चुकी है।
जानकारी के मुताबिक हरियाणा के फरीदाबाद निवासी दीदार सिंह की पुत्री गुरप्रीत कौर का वर्ष 2005 में मनोज से विवाह हुआ था। वह दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में रहता था। शादी के कुछ सालों बाद मनोज रहस्मय ढंग से गायब हो गया। इसके बाद जानकारी मिली कि वह जर्मनी में रह रहा है। सितंबर 2015 में गुरप्रीत अपने पति के पास रहने के लिए सात साल की बेटी के साथ जर्मनी गई थी।