नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के गहन चिकित्सा केंद्र (आईसीयू) से कार्डियो-न्यूरो सेंटर के एक निजी वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया।
उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। स्वराज का तीन दिन पहले किडनी प्रत्यारोपण हुआ था। अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि 64 वर्षीय मंत्री को अगले सात से 10 दिन में अस्पताल से छुट्टी दिए जाने की संभावना है।
एम्स निदेशक डॉ. एम सी मिश्रा ने कहा कि मंत्री को आईसीयू से कार्डियो-न्यूरो सेंटर के एक निजी वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है। ऑपरेशन के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार अपेक्षा के अनुरूप ही हो रहा है।
उन्होंने कहा कि उनके स्वास्थ्य पर ट्रांसप्लांट सर्जन और फिजिशियन (इंडोक्राइनोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट और पल्मोनोलॉजिस्ट) लगातार नजर रख रहे हैं। स्वराज का शनिवार को किडनी प्रत्यारोपण किया गया था।
उन्होंने बताया कि जिस महिला ने मंत्री को अपनी किडनी दान में दी, उसे भी अस्पताल से छुट्टी देने की प्रक्रिया चल रही है।
एम्स के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा कि प्रत्यारोपण सर्जरी के दौरान जिस व्यक्ति के शरीर में अंग प्रतिरोपित किया जाता है उसे इम्यूनोसप्रेसेंट पर रखा जाता है, ताकि प्रतिरोपित अंग को अस्वीकार करने की शरीर की क्षमता को कम किया जा सके।
चिकित्सक ने कहा कि यही कारण है कि मंत्री को प्रत्यारोपण के बाद आईसीयू में भेजा गया था और किसी भी तरह के संक्रमण से बचाने के लिए उन्हें अकेला रखा गया।