जयपुर। राजस्थान में सीकर जिले के फतेहपुर से पकड़े गए आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े जमील अहमद को गुरूवार को कोर्ट में पेश किया गया।
आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने इससे पूछताछ के लिए कोर्ट से दस दिन का रिमांड मागा था, लेकिन कोर्ट ने सात दिन का रिमांड स्वीकृत किया।
आरंभिक पूछताछ में सामने आया कि जमील खुद आईएसआईएस का लड़ाका बनना चाहता था। परिवार तथा बच्चों को भविष्य में कोई परेशानी न हो इसलिए उसने मुम्बई के अलग-अलग इलाकों में पांच फ्लैट भी खरीद रखे थे।
एटीएस ने 15 दिन तक गोपनीय आपरेशन के बाद फतेहपुर से जमील को बुधवार को गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई की सूचना स्थानीय पुलिस को भी नहीं दी गई थी।
जमील दुबई में एक कम्पनी में फाइनेंस मैनेजर है और दुबई में रहकर भारत और बांग्लादेश से हवाला के जरिए लाखों रुपए ईराक में आईएस के आका बगदादी के पास पहुंचा चुका है।
उसे अपनी कंपनी से हर माह करीब सवा दो लाख रूपए का जो वेतन मिलता था उसका 14 प्रतिशत भी वह आईएसआई को देता था।
उसने तमिलनाडु और ढाका में अपना नेटवर्क खडा किया था और जयपुर में पिछले वर्ष पकडे गए आईएस एजेंट सिराजुद्दीन से जुड़े रहे लोगों के साथ इसके भी सम्पर्क थे।
एटीएस अधिकारियों ने मुम्बई के इसके फ्लैट से इसका लैपटाप और अन्य उपकरण जब्त किए हैं। अब दुबई में इसके कार्यालय में मौजूद कम्प्यटर व लैपटाप की जांच के लिए एक टीम दुबई भेजी जा सकती है।