भोपाल। भोपाल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निलंबित शशि कर्णावत को मध्य प्रदेश शासन द्वारा बर्खास्त कर दिया गया है। इससे पहले निलंबित आईएएस शशि कर्णावत की शासन द्वारा निलंबन अवधि चार माह बढ़ा दी गई थी।
भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित मध्यप्रदेश की आईएएस अधिकारी शशि कर्णावत ने मुख्यमंत्री से इच्छी मृत्यु की मांग भी की थी। वहीं न्याय के लिए कर्णावत अन्न और जल त्याग कर धरने पर बैठी हैं।
सितंबर 2013 से निलंबित चल रही आईएएस अफसर शशि कर्णावत की निलंबन अवधि राज्य सरकार ने 120 दिन के लिए बढ़ा दी थी। उनका निलंबन 10 दिसंबर को पूरा हो रहा था।
इस बीच आमरण अनशन के तीसरे दिन कर्णावत ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाया कि उनके ही कार्यकाल में आईएएस अवॉर्ड मिला था, अब वे ही कार्रवाई कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वो नौ साल से निवेदन कर रही हैं उनके साथ न्याय किया जाए। यह बात सामने आ चुकी है कि सिर्फ मुद्रण कार्य की प्रक्रियात्मक त्रुटि हुई थी। मुख्यमंत्री भी इसे मान चुके हैं, इसके बाद भी निलंबन बढ़ा दिया।
तीन दिनों से अन्न-जल त्याग आमरण अनशन पर बैठी शशि कर्णावत की हालत बिगड़ती जा रही है। शशि कर्णावत ने कहा हैं कि, 2018 के विधानसभा चुनाव में वे मुंडन कराकर, हाथों में चिमटा लेकर गांव-गांव जाकर लोगों के बीच अलख जगाएंगी।