जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विराट समारोह ’स्वर गोविंदम् 2017’ की तैयारियां अंतिम आकार ले रही है। इस समारोह का एक महत्वपूर्ण भाग है, सामाजिक सहभागिता एवं इस हेतु स्वयंसेवको द्वारा परिवारों में जाकर संपर्क करना।
स्वरयुक्त समरसता, उत्साह, संस्कार व गुणवत्ता के इस कार्यक्रम को अधिक से अधिक लोगों को दिखाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए स्वयंसेवकों ने प्रयास करते हुए एक लाख से अधिक परिवारों से संपर्क किया है।
संघ की कार्य रचना के अनुसार 293 बस्तियां में हजारों स्वयंसेवक अनेक टोलियों में लगे है। परिवारों के अलावा जाति बिरादरी के प्रमुखों, सत्संग मंडलियों एवं कॉलोनियों की समितियों के अध्यक्ष से भी संपर्क कार्य चल रहा है।
इतने बड़े जनमानस को समारोह से अवगत कराने के लिए कोई भी विज्ञापन होर्डिंग आदि का इस्तेमाल नहीं हुआ है, संपर्क जन-जन तक पहुंच कर ही पूरा हुआ है इसी कारण जन साधारण में उत्साह देखने को मिल रहा है।
घोष गांव में पंहुचे घोष वादक
केशव विद्यापीठ जामडोली में जयपुर प्रान्त के स्वयंसेवको का घोष शिविर गुरूवार से प्रारम्भ हुआ। तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में मारवाड़ी छटा राजस्थानी रंग में रंगी गयी है। षिविर में संघ के अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षण प्रमुख जगदीष जी के साथ जयपुर प्रान्त के कार्यकर्ता भी प्रशिक्षण दे रहे है।
राजस्थानी वाद्यों की आकर्षक प्रदर्शनी
शिविर स्थल पर 108 प्रकार के राजस्थानी वाद्य-यन्त्रों की आकर्षक प्रदर्शनी 3 नवम्बर को प्रातः 10 बजे से रहेगी। जिसमें ऐतिहासिक और परम्परागत लोक वाद्यों के साथ अनेक नये वाद्य सम्मिलित किये गये है।
डॉ. भागवत शुक्रवार को जयपुर पंहुचेगें
संघ के पूज्य सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत शुक्रवार को जयपुर पहुंचेंगे। भागवत 5 नवम्बर को चित्रकूट स्टेडियम में स्वयंसेवकों और समाज बन्धुओं को सम्बोधित करेंगे।