काहिरा। सीरिया संघर्ष विराम के बीते सात दिनों में अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी हैं। इस संघर्ष विराम के पीछे उद्देश्य यही था कि यहां होने वाली मौतों को समाप्त या न के बराबर किया जा सके, लेकिन लाख प्रयासों के बाद भी अभी तक ऐसा किया जाना संभव नहीं हो सका। क्यों कि कई स्थानों पर आपस में छुट-पुट संघर्ष अभी भी जारी हैं।
इस संबंध में सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर हयूमन राइट्स ने बताया कि पीडि़तों में विद्रोही लड़ाकों और इस्लामी गुटों के 45 लोग और 32 नागरिक शामिल हैं, जिनमें सात बच्चे और सात महिलाएं भी अपनी जान खो चुकी हैं।
वहीं सीरियाई शासन के कुल 25 सदस्य और राष्ट्रीय सुरक्षाबलों के कुछ सदस्यों की भी मौतें इस दौरान यहां हुई हैं। एसओएचआर ने अपने आंकड़ों से यह भी बताया कि पीपुल्स प्रोटेक्शन इकाइयों, नुसरा फ्रंट (एनएफ) और अन्य इस्लामिक गुटों के 33 लड़ाकों की भी मौत बीते सात दिनों के दौरान ही हुई है।
उल्लेखनीय है कि यह संघर्ष विराम 27 फरवरी से सीरिया के कुछ हिस्सों में प्रभावी हो गया है, यहां पर कि यह ज्यादातर मौतें 27 फरवरी से पांच मार्च के बीच हवाई हमलों और आपसी संघर्ष के दौरान हुई हैं।