बीजिंग। चीन की एक अदालत ने मंगलवार को ‘अपनी टीका-टिप्पणियों और आलोचनाओं से सरकारी शक्ति को चुनौती और उसे कमजोर करने’ के मामले में ताइवान के एक सामाजिक कार्यकर्ता को पांच साल की सजा सुनाई है।
हुनान प्रांत की युएयांग अदालत ने यह फैसला सुनाया है। ली मिंग-चे (42) ने कहा कि वह फैसले के खिलाफ अपील नहीं करेंगे।
ली मिंग-चे ने जो भी टिप्पणियां की थीं, वह सभी चीनी क्षेत्र के बाहर की थीं। यह चीन के आलोचकों के खिलाफ पहला ऐसा मामला है जिसमें संबंधित आरोप चीनी क्षेत्र के बाहर अंजाम दिया गया और किसी ताइवानी के खिलाफ भी इस तरह का यह पहला मामला है। यह कार्रवाई 2016 में मंजूर हुए एक कानून के तहत की गई है।
ताइवान एसोसिएशन फॉर ह्यूमन राइट्स के कार्यकारी सचिव एलिंग चियु ने ‘एफे’ से कहा कि ली ने जो कुछ भी कहा और किया वह ताइवान में अपराध नहीं है और चीन ने उन्हें उस मामले में दोषी बताया जो उसकी सीमा से बाहर हुआ है।
इस मामले ने संयुक्त राष्ट्र और अमरीकी कांग्रेस व यूरोपीय संसद सहित कई अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का ध्यान खींचा है। ली ताइवान की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के पूर्व सदस्य भी हैं।