सबगुरु न्यूज-सिरोही। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया दो जिलों के पुलिस अधिकारियों से कहा कि थाने में अपराध प्रकरण की एफ आई आर समय पर दर्ज की जावें। ऐसा नहीं करना गलत है। उन्होंने कहा कि झूठी एफ आई आर मामलों में 182 के तहत कार्यवाही भी करें। वे शुक्रवार को जिला परिषद ( ग्रामीण विकास प्रकोष्ठ) के सभागार में सिरोही व जालोर जिले के पुलिस अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
कटारिया ने कहा कि उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थानों पर सी सी टी वी कैमरें लगवाये जायें ताकि अपराध की जांच में मदद मिलेगी। इसके लिए जनप्रतिनिधियों से सहयोग ले सकते है। उन्होंने कहा कि कहा कि पुलिस थाने में आने वाले पीडित पक्ष की पूरी बात सुनकर उसका सहयोग करें एवं विश्वास दिलाए कि उसके साथ न्याय होगा।
उन्होंने कहा कि असहाय की सहायता करें और आने वाले पीडित को यह विश्वास दिलाएं कि उसके साथ न्याय होगा ताकि आने वाला आमजन भय रहित होकर थाने में आ सके और उसका विश्वास न्याय पर बरकरार रहें इससे पुलिस की छवि अच्छी बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि कमियां नहीं निकाल कर अच्छाई को आगे बढावें , उसमें सुधार की गंुजाइश रहती है।
-जन प्रतिनिधियों व पुलिस के साथ कर रहें बैठकें
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों की समीक्षा का एक चरण पूरा कर लिया गया है अब दूसरा चरण चल रहा है। इसमें जनप्रतिनिधियों व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकर समीक्षा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि वर्ष में दो बार दोनों के साथ बैठकर स्थिति को समझा जा रहा है। इसमें सुधार की गुंजाइश रहती है। दोनों सुधार चाहते है। उन्होंने कहा कि अपराध सभी क्षेत्र में घटा है। लगातार समीक्षा के कारण यह परिणाम आ रहे है। थाने का ग्रेडिग सिस्टम बनाया गया है।
-वृत स्तर पर भी हो जनसुनवाई
उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों द्वारा की जा रही जन सुनवाई अच्छी है। संभव हो तो वृत स्तर पर भी इसे शुरू करें, इससे आने वाले व्यक्ति से संपर्क होगा और अपराधों में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले साथ अच्छा व्यवहार करें इसके लिए समय-समय पर विभिन्न प्रशिक्षण आयोजित किये जाएं।
-सम्पत्ति अपराध के कम परिणाम पर जताई चिंता
उन्होंनें कहा कि सम्पति अपराध के मामले में परिणाम कम आ रहे है। बरामदी कम होती है, चोरी मामलों में चालान रिकार्ड को दुरस्त करने की आवश्यकता है। लगातार प्रयास करेें ताकि अपराधी बच नहीं पाएगा। चोरी के मामलों में एफएसएल टीम के आने तक कोई छेड़छाड नहीं होने दें।
उन्होंने कहा कि वृत्ताधिकारी वर्ष में दो बार थानों के कार्यो का मूल्याकंन करें। उन्होंने कहा कि केस आफीसर स्कीम में संगीन मुकदमें लेकर उनकी जांच की जाये ताकि समय पर बेहतर परिणाम मिल सकें। उन्होंने थानों में पड़े वाहनों के मामलों के शीघ्र निस्तारण दिए ताकि यह वाहन खराब स्थिति में नहीं पहुंचे।
उन्होंनें कहा कि सी एल जी बैठकों को पुख्ता बनाये व जनप्रतिनिधियों को भी इनके सदस्यों के बारे में जानकारी देवें। उन्होंने मंदिरों में होने वाली चोरियों को रोकने के लिए सुरक्षा इंतजाम के निर्देश के साथ ट्रस्टी द्घारा सीसीटीवी कैमरे लगाने एवं सुरक्षा गार्ड लगाने के लिए कहा।
-गश्त और नाकाबंदी अपराधी पकडने का सटीक तरीका
गृहमंत्री ने उपस्थित पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि गश्त और नाकाबंदी अपराधियों को पकडने का सक्षम , सटिक तरीका है इससे बढाया जाए। इसके लिए रात्री में चलाने वाले दुपहिया वाहनों की सघन जांच में ब्रेथइंथलाईजर से जांच करें जिससे दुर्घटनाओं में कमी आ सके।
महिला संबंधी अपराधों की सतत जांच हों, एफ एस एल टीम का उपयोग ज्यादा करें। दोषी निर्दोष होकर नहीं निकले तथा आर आर के प्रकरणों को विशेष रूप से देखा जाए। संगीन अपराधों में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करें एवं पक्षद्रोह प्रकरणों पर भी प्रभावी कार्यवाही करें। सीएलजी की बैठकें समय -समय पर आयोजित की जाए तथा सीएलजी सदस्य पर यदि कोई मुकदमा या अन्य किसी प्रकार का प्रकरण हो तो उसे कमेटी से निकाले।
उन्होंने निर्देश दिए कि निरीक्षण रिपोर्ट को औपचारिकता पूर्ण नहीं करें बल्कि वास्तव में निरीक्षण हों ताकि थानों में सुधार एवं कमियां जानकारी में आएं। थानों में निरीक्षण वघ्त स्वच्छता को भी देखे। सडक दुर्घटनाएं रोकने के विशेष प्रयास के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को सडक सुरक्षा की जानकारी दी जाए।
-पांच साल से ज्यादा एक थाने में नहीं रहें पुलिसकर्मी
गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मी थानों में 5 वर्ष से ज्यादा नहीं रहें यह सुनिश्चित किया जाए। वृताधिकारी थानों में भी माह में एक बार प्रजेंटेशन जरूर करावें। जन प्रतिनिधियों व पुलिस मे ंसमन्वय बनाएं रखे ताकि कार्य शैली में सुधार हों। आम जन को न्याय मिले इसमें कमी नहीं रहें।
गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि जिले में चोरी की वारदातों की समस्याएं है, इस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने मंडवारिया मंदिर में हुई चोरी का पर्दाफाश अभी तक नहीं होने की बात रखी साथ ही भेव में हुए हत्या प्रकरण का मामला तथा रोवाडा गांव में चंदे से बनाई गई चैकी में स्टाफ की कमी, कालन्द्री में वृताधिकारी कार्यालय खोलने तथा सिलदर चैकी में पद रिक्त होने की बात रखी। उन्होंने महिला हत्या के प्रकरण को सजगता से सुलझाने व सूरदास जी महाराज के लूट प्रकरण में पुलिस द्वारा दिखाई गई सजगता पर संतोष व्यघ्त किया साथ ही उन्होंने राज्य मंत्री आभार ज्ञापित किया।
-जन प्रतिनिधियों ने दिए सुझाव
बैठक में आबू-पिंडवाडा विधायक समाराम गरासिया ने रोहिडा थाना दो भागों में बाटने, जिला प्रमुख श्रीमती पायल परसरामपुरिया ने अपने क्षेत्र की कानून व्यवस्था, भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी ने चोरियों की वारदातों पर अकुंश लगाने, रेवदर विधायक जगसीराम कोली ने चन्द्रावती में हत्या प्रकरण का पर्दाफाश नहीं होने, आहोर विधायक शंकर सिंह राजपुरोहित ने मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था, सडक दुर्घटनाओं में विशेष प्रयास करने, नाकाबंदी को जगहों को बदलने, गंभीर चोरियो का खुलाने के लिए विशेष टीम की सहायता लेने की बात रखी एवं सुझाव दिए जबकि सिरोही नगरपरिषद सभापति ताराराम माली व जालोर के भंवर माली ने चोरियों की वरदातों पर अंकुश लगाने , गश्त को बढाने का सुझाव दिया।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक सिरोही संदीप सिंह चैहान व जालोर पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने जानकारी दी कि अपराध को खत्म करने , उसमें कमी लाने के पूरे प्रयास पुलिस द्घारा जारी है। उन्होंने 2014 से 2016 तक में हुए विभिन्न अपराधों व उनकी रोकथाम व जांच उपलब्धियों व निस्तारण के बारें में बिन्दूवार जानकारी दी तथा पुलिस विभाग द्घारा आयोजित किये जाने वाले अन्य कार्यक्रमों के बारें में जानकारी दी। सिरोही, रेवदर एवं आबूपर्वत व जालोर , भीनमाल, रानीवाडा वृताधिकारियों ने अपने-अपने वृत क्षेत्र के अपराधों व तीन वर्ष तुलानात्मक जानकारी दी।
बैठक में गृहमंत्री के विशिष्ठ सहायक महेन्द्र पारख, रिटायर्ड आईपीएस अनिल जैन, अतिरिघ्त पुलिस अधीक्षक मुकुल बिहारी, सिरोही अतिरिघ्त पुलिस अधीक्षक डॉ प्रेरणा शेखावत, जालोर-सिरोही के वृताधिकारियों समेत अन्य जन प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।