नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के नेता और वकील एच एस फुल्का ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को जिम्मेदार ठहराया है। दंगा पीड़ितों के हक की लड़ाई लड़ने वाले फुल्का ने कहा की उन्हें दिया भारत रत्न सम्मान सरकार को वापस लेना चाहिए।
फुल्का ने 1984 के दंगों की 31वीं बरसी पर आज यहां कहा कि दंगों के कुछ दिन बाद बोट क्लब में राजीव गांधी ने भाषण दिया था कि ब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। उनका यह बयान दंगाइयों के कत्लेआम को जायज ठहराने वाला था। देश के प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें हत्यारों को पकड़कर सलाखों के पीछे डालना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि राजीव को भारत रत्न का सम्मान दिया जाना भारत रत्न का अपमान है, जिसके असली हकदार भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस जैसे महान नेता हैं न कि राजीव गांधी जैसे लोग।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद आरपी सिंह ने इस मौके पर कहा कि दंगा एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा था इसलिए इसके दोषी आज तक खुले घूम रहे हैं। वह दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करेंगे और इस लड़ाई में फुल्का का साथ देंगे ।