सर्दिया आते ही आँखे ड्राई होने लगती हैं। वही पॉल्यूशन और फॉग से आँखे ख़राब होने लगती हैं। ऐसे में अगर आप पूरे साल आंखो की किसी भी समस्या से परशान नहीं भी हैं तो भी ठंड और बर्फबारी का मौसम आपके आंखो के लिए नई मुश्किल पैदा कर सकता है।
सौभाग्य से आपके पास बहुत सारे ऑप्शंस मौजूद हैं जिसे अपनाकर आप अपनी आंखो को इन परेशानियों से बचा कर रख सकते हैं। नीचे दिये जा रहे आइकेयर टिप्स को अपनायें, सावधानियां बरतें और बनाये अपने आंखों को स्वस्थ और खूबसूरत।
आंखो में नमी बनाये रखने की कोशिश करें
सर्दियों में हवा बहुत ही सर्द और जानलेवा होती है ऐसे में आपकी स्किन के साथ साथ आंखो के ड्राइ होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में एक्सपर्ट से सलाह लेकर आंखों की ड्रायनेस से बचने का आइड्रॉप का इस्तेमाल करें।
गर्म चीजों से दूरी बना कर रखें
सामान्यत लोग घर पर हीटर ऑन कर के रखते हैं जिससे भी आंखो में खतरा बना रहता है। ये आइवॉटरिंग की समस्या को बढ़ा सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों से लें ब्रेक
जहां तक संभव हो सके टीवी और फोन से दूरी बना कर रखें। कुछ लोग सर्दियों में टीवी के सामने बैठना पसंद करते हैं और और इस दौरान वे आंखे भी झपकाना पसंद नहीं करते हैं जिसके कारण भी आइवॉटरिंग की समस्या हो सकती है साथ ही आंखों का लाल होना और दर्द होना भी आम समस्या है। इससे निजात पाने के लिए आपको 20-20 मिनट के अंतराल में टीवी को छोड़ कर किसी दूसरी चीजों को कम से कम 20 सेकेंड्स के लिए देखना चाहिए। आंखों में दर्द होने पर गर्म कपड़े रख कर 15 मिनट के लिए सिंकाइ करें।
सनग्लास लगाना ना भूलें
सर्दियों में भले ही लगता है कि धूप नहीं है तो युवी किरणों का भी कोई खतरा नहीं है। लेकिन शायद आपको पता नहीं है कि ठंड में इसका खतरा कहीं ज्यादा होता है। जब सूरज की किरणें फर्श पर पड़े बर्फ पर पड़ती है तो वे रिफ्लैक्ट होकर हमारी आंखों में पड़ती हैं जो नुक्सानदेह हो सकता है।15 मिनट से ज्यादा समय के लिए जब कभी बाहर जायें तो सनग्लास का इस्तेमाल करना ना भूलें।
अपनी डाइट को नियमित करें
शरीर के अन्य अंगों की तरह ही आंखों को भी सही पोषण और विटामिन्स की जरुरत पड़ती है। और ये हमें हमारी डाइट से मिलती है। हेल्दी डाइट न सिर्फ हमारे आंखो के विजन को सही करता है बल्कि इसकी बीमारियों जैसे सूखेपन और दर्द की समस्या से भी राहत दिलाता है। डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड आंखों के ओवरऑल फंक्शन को सही करने में सहायक होता है।
सावधानी से करें आंखो का मेकअप
आइमेकअप करते समय ये सुनिश्चित कर ले कि आपके ब्रशेस पूरी तरह से हाइजेनिक और साफ हों क्यों कि आंख हमारी बॉडी का सबसे सेंसिटिव पार्ट होता है। ऐसे में में ये ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है। ध्यान रखें कि जो आइमेकअप प्रोडक्ट आप इस्तेमाल कर रही हैं वो एक्सपायरी डेट की ना हों। रात में सोने से पहले साफ कॉटन से आइमेकअप हटाना भी न भूलें।