काबुल। तालिबान ने दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को अफगानिस्तान से बाहर रहने को कहा है।
तालिबान केन्द्रीय समिति के कार्यकारी प्रमुख मुल्ला अख्तर मुहम्मद मंसूर ने आईएस के नेता अबू बक्र अल-बगदादी को लिखे एक पत्र में कहा है कि वह अपने समूह को अफगानिस्तान से बाहर रखे।
इस्लामिक अमीरात (तालिबान) की उपस्थिति में एक समानांतर संगठन शुरू करने के लिए कोई ज़रूरत नहीं हैं।
एक मीडिया रपट के मुताबिक दोनों समूहों से आतंकवादियों के बीच भीषण लड़ाई के बीच यह पहली बार है कि तालिबान सार्वजनिक रूप से आईएस के गठन को लेकर टिप्पणी की है। तालिबान इस बात से चिंतित है कि उसके अपने लड़ाके आईएस से जुड़ रहे हैं।
मंसूर ने कहा कि तालिबान का तुम्हारे मामलों में हस्तक्षेप करने का कोई इरादा नहीं हैं और हम तुम से भी उम्मीद करते है कि तुम भी ऐसा ही करोगे। यह इस्लाम और मुसलमानों के हित में है कि एक संयुक्त मोर्चे के तहत जेहाद जारी रखा जाए।
इस बीच नंगरहार के राज्यपाल मौलवी मीर अहमद गुल हाशमी के प्रवक्ता अहमद जिया अब्दुल ज़ाई ने कहा कि तालिबान और आईएस के लड़ाकों के बीच चल रहे संघर्ष के करण बाटिकोट के सैकड़ो परिवारों के लोग जलालाबाद की प्रांतीय राजधानी के लिए पलायन करने को मजबूर है।
कुछ तालिबान सूत्रों को संदेह है कि रविवार को पेशावर में हाशमी की हत्या के पीछे आईएस का हाथ था।