चेन्नई। राज्य में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच गुरुवार शाम को तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्य मन्त्री पन्नीरसेल्वम और शशिकला ने ल सी विद्या सागर राव से मुलाक़ात की। दोनों धडों ने अपना-अपना पक्ष रखा।
पन्नीरसेल्वम ने शाम को पांच बजे गवर्नर से मुलाक़ात करके राज्य की राजनीतिक गतिविधियों के बारे में जानकारी देकर इस्तीफ़ा वापस लेने की इच्छा जताई लेकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला।
इसके बाद शाम सात बजे अपने समर्थन में विधायकों के पत्रों के साथ राज्यपाल सी विद्या सागर राव से मिलने राजभवन पहुंची शशिकला ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया।
इसके पहले वह चेन्नई के मरीना बीच स्थित जयललिता के स्मारक पर गई और जयललिता की समाधि पर पुष्पांजलि दी। अपने समर्थन में विधायकों के पत्रों के साथ शशिकला राज्यपाल सी विद्या सागर राव से मिलने राजभवन पहुंची।
इसके पहले वह चेन्नई के मरीना बीच स्थित जयललिता के स्मारक पर गई और जयललिता की समाधि पर पुष्पांजलि दी। शाम पांच बजे राज्यपाल से पन्नीरसेल्वम मिले और गवर्नर से कहा कि इस्तीफा वापस लेना चाहता हूं, लेकिन उन्हें इस बारे में कोई आश्वासन नहीं मिला है।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद पन्नीरसेल्वम ने कहा कि सच्चाई की जीत होगी। उधर, शशिकला खेमे के नेता थम्बीदुरई ने पीएम मोदी से तमिलनाडु की राजनीति में चल रही गहमागहमी में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
तमिलनाडु में जारी सियासी खींचतान के बीच डीएमके ने दोबारा चुनाव कराने की मांग की है। इस बीच शशिकला ने पुडुचेरी के पूर्व विधायक ओम शक्ति शेखर को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है।
दोनों धडों के बीच चल रहे उठापटक के बीच पार्टी की कोयंबटूर और पोल्लची इकाई के प्रमुख पदाधिकारी पन्नीरसेल्वम खेमे में शामिल हो गए हैं और शशिकला का विरोध जताने के लिए भरोसा दिया है। दोनों पक्षों से मिलने के बाद राज्यपाल ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति और केंद्र सरकार को भेज दी है।