मुंबई/नई दिल्ली। टाटा टियागो की शानदार बिक्री के चलते टाटा मोटर्स ने पैसेंजर वाहन सेगमेंट में नोटबंदी के बावजूद 35 फीसदी की बढ़त दर्ज की। इतना ही नहीं टाटा बस की बिक्री तो दिसम्बर, 2015 के मुकाबले 59 फीसदी ज्यादा रही।
इसी तरह कंट्रक्शन वाहनों की सालाना बिक्री में 22 फीसदी की बढ़त देखी गई। टाटा मोटर्स के मुताबिक दिसम्बर, 2016 में उन्होंने ओवरऑल 2 फीसदी बेहतर प्रदर्शन किया है। केवल कमर्शियल वाहन सेंगमेंट में नोटबंदी की मार देखी गई, जहां बिक्री साल 2015 के मुकाबले 9 फीसदी कम रही। लेकिन वहां भी टाटा मोटर्स ने दिसम्बर, 2016 में करीब 25 हजार वाहन बेचे।
टाटा मोटर्स के दिसम्बर, 2016 के सेल्स आंकड़ें ऑटो सेक्टर इंडस्ट्री के बिलकुल उलट रहे। टाटा मोटर्स ने ओवरऑल 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की। हर सेगमेंट में टाटा मोटर्स का प्रदर्शन बेहतर रहा। सिर्फ दिसम्बर, 2016 में टाटा मोटर्स ने यात्री वाहन सेगमेंट में 10 हजार 827 वाहन घरेलू बाजार में बेचे, जो दिसम्बर, 2015 के मुकाबले 35 फीसदी ज्यादा है।
इसी तरह दिसम्बर, 2016 में कंपनी ने 5119 वाहन निर्यात किए, जो साल 2015 के मुकाबले 12 फीसदी ज्यादा है। सालाना निर्यात के मामले में भी कंपनी ने साल 2015 में 40900 वाहन के बदले साल, 2016 में 48547 वाहन निर्यात कर 19 फीसदी की बढ़त दर्ज की।
टाटा मोटर्स के मुताबिक वो देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी है, जिसका सालाना बिजनेस 41. 6 बिलियन डॉलर है। भारत के अलावा टाटा मोटर्स यूके, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया में काम कर रही हैं और दुनियाभर में अपने कर्मशियल और पैसेंजर वाहन बेच रही है।