मुंबई। टाटा संस ने बुधवार को अपदस्थ अध्यक्ष साइरस पी. मिस्त्री द्वारा लगाए गए उन आरोपों को खारिज किया, जिसमें एयरएशिया इंडिया मामले में टाटा ट्रस्ट के प्रबंधन ट्रस्टी आर. वेंकटरमण द्वारा गलत काम करने की मांग करने के आरोप लगाए गए थे।
टाटा संस ने कहा कि इसके विपरीत, एयरएशिया इंडिया (टाटा संस के समर्थन से) ने नागरिक और आपराधिक अदालतों में राष्ट्रीय कंपनी कानून ट्रिब्यूनल में एसपी समूह की कंपनियों द्वारा किए गए ‘शरारतपूर्ण’ आरोपों के जवाब में मामला दर्ज किया है।
कंपनी ने कहा कि टाटा संस का यह मानना है कि मिस्त्री और एसपी समूह द्वारा लगाए गए तुच्छ आरोप कंपनी के मूल्य के लिए घातक है।
मिस्त्री के आरोपों के खिलाफ टाटा संस ने जोरदार खंडन जारी करते हुए कहा कि मिस्त्री लगातार आरोप लगा रहे हैं और बयान जारी कर रहे हैं कि उनका कार्य टाटा समूह के हित में है।
कंपनी ने कहा कि इसके विपरीत, उनके बयानों ने टाटा समूह की प्रतिष्ठा को लगातार नुकसान पहुंचाया है। इस संबंध में टाटा सन्स अपने कानूनी विकल्पों का मूल्यांकन जारी रखेगी।
कंपनी ने बताया कि इसके पास न्यायपालिका के लिए सर्वोच्च सम्मान है और कभी भी ‘कानूनी कार्यवाही में हस्तक्षेप नहीं किया’ जैसा कि मिस्त्री ने आरोप लगाया।
टाटा सन्स का यह बयान वेंकटरामण द्वारा दायर 500 करोड़ रुपए के एक आपराधिक मानहानि के मामले में मुंबई महानगर दंडाधिकारी द्वारा मिस्त्री और उनके भाई शपूर पालोनजी और अन्य को समन जारी करने के बाद आया है।
दंडाधिकारी ने मिस्त्री और अन्य अभियुक्त को अदालत में पेश होने या उनके वकील के माध्यम से 24 अगस्त को पेश होने का आदेश दिया है। अगली सुनवाई की तारीख उसी दिन तय की जाएगी।
इसके तुरंत बाद, मिस्त्री ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि वेंकटरमण के माध्यम से कथित मानहानि मामले में आपराधिक मुकदमा चलाना एक ‘बेकार और अपरिपक्व छद्म युद्ध’ है।
उन्होंने कहा कि एयरएशिया में वेंकटरामण की भूमिका कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जांच का विषय है। पिछले साल 24 अक्टूबर को, टाटा संस के बोर्ड ने मिस्त्री को अध्यक्ष के पद से अपदस्थ कर दिया था।