सुपौल। सुपौल जिले के निर्मली थानाक्षेत्र स्थित दिघिया गांव से नाबालिग छात्रा के अपहरण मामले में निर्मली थाना की पुलिस को 24 घंटे के अंदर मंगलवार की देर रात में एक बड़ी सफलता मिली है।
निर्मली थानाक्षेत्र स्थित रहरिया गांव के एक पटुए के खेत से नाबालिग छात्रा की बरामदगी के साथ-साथ पुलिस ने अपहर्ता को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। वहीं छात्रा की बरामदगी एवं अपहर्ता की गिरफ्तारी के बाद घटना को लेकर इलाके में कई तरह के बयानबाजी चल रहे है।
दरअसल अपहर्ता गुरुजी ने अपनी 12 वर्षीय नौवी कक्षा की शिष्या से शादी भी रचा ली है। जबकि गुरुजी पूर्व से ही शादीशुदा है और वह चार बच्चे के पिता भी है।
बता दें कि जिस घर से नाबालिग छात्रा को गत 27 जून की रात में अगवा किया गया। वहां अपहृता की बड़ी बहन की उसी रात शादी थी। वैवाहिक कार्यक्रम में परिजनों को व्यस्त देख इस काले करतूत वाले गुरुजी ने जबरन उसके घर से अपहरण कर लिया और पास के ही एक गांव में छिपा दिया ताकि पुलिस अथवा अपहृता के परिजनों को उसके ठिकाने की भनक तक नहीं लगे।
जब अपहृता के परिजन के द्वारा निर्मली थाना में संबंधित अपहरण कांड संख्या 72/16 दर्ज कराया गया तो पुलिस भी हरकत में आ गई। थाने में दर्ज कांड के आलोक में अपहृता की बरामदगी और अपहर्ता की गिरफ्तारी को लेकर निर्मली थानाध्यक्ष अमरनाथ प्रसाद सदलबल के साथ जगह-जगह सघन छापेमारी अभियान में जुट गए।
बहरहाल निर्मली थानाध्यक्ष अमरनाथ प्रसाद को गुप्त सूचना मिली कि दिघिया पंचायत के ही रहरिया गांव में दोनों छिपे है। सूचना मिलते ही पुलिस मंगलवार की देर रात्रि में वहां पहुंच गई। लेकिन पुलिस के वहां आने की धमक सुनते ही अपहर्ता गुरुजी अपने साथ अपहृता को लेकर भागने लगे। पुलिस ने उसे खदेड़ कर रहरियां गांव के ही एक पटुए की खेत से अपहर्ता गुरुजी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही अपहृता की भी शकुशल बरामदगी हो गई।
इस घटना को लेकर आसपास इलाके के सरकारी एवं प्राइवेट शिक्षकों में भी खास नाराजगी दिख रहा है। पुलिस के मुताबिक जिसका अपहरण हुआ था वह नौवी कक्षा की छात्रा है और उम्र भी लगभग 14-15 साल बताई गई है। इधर, आरोपी गुरुजी अपने बचाव को लेकर मीडिया के समक्ष अपहृता छात्रा के साथ फोन पर बातचीत के बाद संबंध स्थापित होने और छात्रा के कहने पर ही उसके साथ शादी रचाने की बात कह रहे थे।
वहीं, निर्मली थाना में दर्ज अपहरण कांड संख्या 72/16 के आलोक में थाना की पुलिस ने आरोपी गुरुजी को न्यायिक हिरासत में वीरपुर जेल भेज दिया है। जबकि बरामद अपहृता को मेडिकल जांच हेतु सुपौल भेजा गया है।